जसपाल सिंह, खबर सच है संवाददाता उधमसिंह नगर
रुद्रपुर। सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर उधमसिंह नगर में शुक्रवार (आज) बीएससी प्रथम सेमेस्टर में नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए दीक्षा-आरंभ कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका शुभारंभ महाविद्यालय के संरक्षक एवं प्राचार्य प्रोफेसर डीसी पंत ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसके पश्चात प्राचार्य एवं विज्ञान संकाय के विभाग अध्यक्षों का स्वागत वेज अलंकरण कर किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए डॉक्टर सुरेंद्र विक्रम सिंह पडियार ने NEP-2020 के अंतर्गत जारी सूचना को सरलता से समझाने के साथ ही इसमें उनके द्वारा क्रेडिट सिस्टम, कौशल विकास एवं विषयों का चयन एवं उनकी उपयोगिता के बारे में बताया। डॉक्टर भरत पांडे द्वारा कोविड-19 में दिल्ली विश्वविद्यालय के साथ एमओयू करके बनाई गई आभासीय प्रयोगशाला एवं उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। डॉक्टर रवीश त्रिपाठी, डॉ अमित चौरसिया, डॉ पी पी त्रिपाठी एवं डॉ हरिश्चंद्र ने प्रवेशित छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया। जिसमें डॉक्टर रवीश त्रिपाठी ने NEP के अंतर्गत जंतु विज्ञान के सिलेबस एवं उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। डॉ अमित चौरसिया ने गणित को विषयों की आत्मा बताते हुए गणित के महत्व को बताया तो डॉ पीपी त्रिपाठी ने दीक्षा का अर्थ एवं उसके उद्देश्य के बारे में बताते हुए अनुशासन एवं शिक्षा में क्या संबंध है उसको समझाया। डॉक्टर हरिश्चंद्र ने शिक्षा के महत्व व शिक्षा में शिक्षकों की भूमिका एवं उनके द्वारा फिजिक्स की महत्वता के बारे में बताया। इसके पश्चात प्राचार्य डॉक्टर डीसी पंत ने NEP- 2020 के अनुपालन में महाविद्यालय की तैयारियों पर प्रकाश डालते हुए गुरु की महत्वता एवं अनुशासित जीवन के बारे में बताया। प्राचार्य ने NEP के तहत विषयों के चयन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि साइकोलॉजी एवं संस्कृत विषय में स्नातकोत्तर के लिए जल्द ही प्रस्ताव भेजा जाएगा। कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर पीपी त्रिपाठी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। महाविद्यालय के छात्र चंदन भट्ट ने महाविद्यालय में किस तरह संघर्ष कर स्नातकोत्तर में विषयों को लाया गया इस हेतु अपने अनुभव साझा किए।
इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉक्टर शलभ गुप्ता, डॉ राघवेंद्र मिश्रा, डॉ दीपक दुर्गlपाल, डॉ बामेश्वर प्रसाद, डॉक्टर हेमचंद पांडे एवं विभिन्न विभागों कार्मिक और पूर्व छात्र रचित सिंह सहित लगभग 150 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।