खबर सच है संवाददाता
द्वाराहाट। विधायक मदन सिंह बिष्ट एवं कुमाऊं इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के के एस मेर के बीच शनिवार रात हुई बातचीत का ऑडियो व रात 10 बजे विधायक के निदेशक के घर पहुंचने के बाद हुए हंगामे का वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा हो गई।
रविवार को दोनों पक्षों ने थाना पहुंचकर प्राथमिकी दर्ज कराई। रात में हुए हंगामे के बाद निदेशक ने थाने में दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि रात्रि में नारायण रावत के फोन से विधायक ने आपत्तिजनक और गाली-गलौज की भाषा शैली में बातचीत की। उसके बाद मेरे फोन नहीं उठाने पर विधायक घर में ही धमक गए। इस दौरान नारायण रावत ने मेरी आवास का दरवाजा जोर से पीटते हुए माफी मांगने के लिए दबाव बनाया। जिससे घर में पत्नी व बच्चे भयभीत हैं। उन्होंने परिवार को सुरक्षा देने की मांग की है। निदेशक के प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद विधायक मदन सिंह बिष्ट भी अपने समर्थकों के साथ थाने में पहुंचे। उन्होंने प्राथमिकी दर्ज करते हुए कहा कि चौखुटिया क्षेत्र भ्रमण से लौटने के उपरांत इंजिनियरिंग कॉलेज मैस कर्मचारी, वेतन भोगी कर्मचारियों के संबंध में अपने प्रतिनिधि नारायण रावत के मोबाइल से कॉल की। संपर्क नहीं होने पर छह बार अपने नंबर से निदेशक को कॉल किया, लेकिन निदेशक ने फोन नहीं उठाया। जिसके उपरांत निदेशक ने प्रोटोकॉल और गाइड लाइंस का उल्लंघन करते हुए अभद्र भाषा गेट लॉस्ट कहा गया है।
बिष्ट ने पत्रकार वार्ता में कहा कि निदेशक भाजपा के इशारे पर मनमाना कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि 15 दिन के भीतर निदेशक का स्थानांतरण नहीं किया गया तो इंजीनियरिंग कॉलेज के गेट पर समर्थकों के साथ धरना प्रदर्शन व आमरण अनशन किया जाएगा।