खबर सच है संवाददाता
उत्तराखण्ड। सप्ताह भर से समय-समय पर हो रही बर्फबारी के कारण केदारनाथ में 14 फीट से अधिक तो बदरीनाथ धाम में लगभग पांच और हेमकुंड साहिब में छह फीट तक बर्फ जम गई है। भारी बर्फबारी के बाबजूद केदारनाथ में इन दिनों भी कुछ साधु साधना में लीन है हैं।
बताते चलें कि रविवार को केदारनाथ में सुबह से देर शाम तक रुक-रुककर बर्फबारी होती रही। इस दौरान लगभग एक फीट तक नई बर्फ जम गई थी। पिछले एक सप्ताह के दौरान हुई बर्फबारी के चलते केदारनाथ में करीब 14 फीट बर्फ जमा हो गई है। उधर, द्वितीय केदार मद्महेश्वर व तृतीय केदार तुंगनाथ में भी चार से पांच फीट तक बर्फ जमा हो गई है। वहीं, हरियाली कांठा, द्यूली खरक, कालशिला, चिरबटिया व गौरीकुंड के ऊपरी क्षेत्रों में भी काफी बर्फ गिर चुकी है। जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग सहित तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी, ऊखीमठ, मयाली, जखोली, बसुकेदार में दिनभर हल्की बूंदाबांदी होती रही। लगातार तीसरे दिन चमोली जिले में मौसम खराब रहा और बर्फबारी हुई। बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में काफी बर्फ जम गई है। जबकि बर्फबारी से जोशीमठ-औली, बदरीनाथ हाईवे हनुमान चट्टी से आगे और गोपेश्वर-चोपता-ऊखीमठ हाईवे जगह-जगह बंद हो गए हैं। रविवार को भी दिनभर ऊंचाई वाले क्षेत्रों गौरसों बुग्याल, औली, रुद्रनाथ, लाल माटी सहित नीती और माणा घाटियों में रुक-रुककर बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश हुई। देर शाम तक भी बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रहा। मौसम खराब होने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कड़ाके की ठंड को देखते हुए गोपेश्वर, जोशीमठ, पीपलकोटी, घाट, पोखरी क्षेत्र में राहगीरों व मवेशियों के लिए संबंधित नगर पालिका व नगर पंचायत की ओर से अलाव की व्यवस्था की गई है। इधर, औली में जमकर बर्फबारी होने से पर्यटकों के चेहरे खिल उठे हैं। जोशीमठ-औली मार्ग बंद होने से पर्यटक रोपवे से औली पहुंच रहे हैं। औली सड़क को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से नमक का छिड़काव किया जा रहा है।
सरोवर नगरी नैनीताल में भी कल से बर्फबारी जारी है। जिसके चलते शहर की चोटियां बर्फ की सफेद चादर से पूरी तरह ढक गई है।नैनीताल के ऊंचाई वाले क्षेत्र हिमालय दर्शन, चीना पिक, स्नोव्यू में बर्फबारी हुई हैं। वहीं लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी के बाद नैनिताल में ठंड भी काफी इजाफा हुआ है जिससे चलते वीकेंड पर सैलानियों के लिये आनंद का स्थल बन गया है नैनीताल।