खबर सच है संवाददाता
दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन को ईडी ने सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले पिछले महीने ईडी ने जैन के घर पर छापेमारी की थी। ईडी ने पिछले महीने ही आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्री सत्येंद्र जैन के परिवार से जुड़ी 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कुर्क की थी। कुर्क की गई अचल संपत्तियां अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, पर्यास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, स्वाति जैन, सुशीला जैन और इंदु जैन की हैं। जिसे आय से अधिक संपत्ति के मामले में ईडी ने कुर्की किया है।
ईडी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा सत्येंद्र कुमार जैन और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धाराओं के तहत दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की थी। ईडी द्वारा की गई जांच में पता चला है कि 2015-16 की अवधि के दौरान जब सत्येंद्र कुमार जैन एक लोक सेवक थे, उनके द्वारा हवाला मार्ग के माध्यम से कोलकाता स्थित प्रवेश ऑपरेटरों को लाभकारी स्वामित्व और नियंत्रित कंपनियों को नकद हस्तांतरण के खिलाफ शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये की हाउसिंग एंट्रीज प्राप्त हुईं। ईडी ने एक बयान में कहा, इन राशियों का उपयोग जमीन की सीधी खरीद या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के कर्ज की अदायगी के लिए किया गया था। ईडी ने सत्येंद्र जैन के परिवार के सदस्यों और उनकी फर्मों की जमीन के रूप में 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, जब आयकर विभाग द्वारा मुकदमा चलाया गया, तो जैन ने वैभव जैन और अंकुश जैन के बेनामी नामों पर आय प्रकटीकरण योजना (आईडीएस) 2016 के तहत 16.39 करोड़ रुपये की नकदी के रूप में काले धन को सरेंडर कर दिया।