खबर सच है संवाददाता
रुद्रपुर। सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर के तीन शिक्षकों को देवभूमि शिक्षा उत्कृष्ट 2023 पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। अमर उजाला और एसीआईसी देवभूमि फाउंडेशन की ओर से 27 नवंबर को संयुक्त रूप से उत्तराखंड शिक्षा सत्र 2022-23 में नवाचार और अन्य एकेडमी कार्यों की उत्कृष्टता का मूल्यांकन कर पूरे राज्य भर से 16 शिक्षकों और शोधार्थियों का इस पुरस्कार हेतु नाम चयनित किया गया है। यह पुरस्कार एमआईईटी कुमाऊं लामाचौड में मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी के द्वारा सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिक्षकों में वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ए के पालीवाल, सहायक प्राध्यापक रसायन विज्ञान डॉ भारत पांडे और सहायक प्राध्यापक गणित डॉ सुरेंद्र विक्रम सिंह पडियार को यह पुरस्कार मिलने जा रहा है।
रसायन विज्ञान के प्राध्यापक डॉ भारत पांडेय उत्तराखंड के प्राकृतिक उत्पाद रसायनशास्त्र में डॉक्टरेट किया है। डॉ. पांडेय की अध्ययन और शोध के क्षेत्र में विशेष दक्षता है और उन्होंने मान्यता प्राप्त पत्रिकाओं जैसे SCOPUS/UGC Care में कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में पेपर प्रस्तुत किए हैं साथ ही उन्होंने उत्तराखंड में पहला रासायनिक विज्ञान का वर्चुअल प्रयोगशाला डिज़ाइन किया। यह वर्चुअल प्रयोगशाला वास्तविक जीवन में होने वाले प्रयोगशाला अनुभव को नकल करने का उद्देश्य रखती है, जिससे छात्र वर्चुअल प्रयोगशाला में छात्र वैज्ञानिक प्रयोगों को समझने और अभ्यास करने का मौका प्राप्त करते हैं। छात्र इसमें विभिन्न विज्ञानिक प्रयोगों को स्वतंत्रता से कर सकते हैं। प्रो ए के पालीवाल ने कोविड महामारी के समय छात्र छात्राओं के लिए ई कंटेंट ई विडियोज उपलब्ध कराए तथा लोगो में वैज्ञानिक जागरूकता के लिए कई प्रोग्राम महाविद्यालय में आयोजित किए। प्रो पालीवाल ने हाई एल्टीट्यूड प्लांट पर शोध कर अनेकों शोध पत्र राष्ट्रीय अंतराष्टिय शोध जर्नल में प्रकाशित किए है साथ ही विभिन्न शोध जर्नल में एडिटर के रूप में कार्यरत है।गणित विभाग में कार्यरत रुद्रपुर कॉलेज के प्राध्यापक डॉ सुरेंद्र विक्रम सिंह पड़ियार मूल रूप से नैनीताल जिले के ओखलकांडा विकासखंड के नरतोला गांव के निवासी है और शिक्षा के क्षेत्रों में अपना लगातार योगदान दे रहे है। डॉ सुरेंद्र ने इन्वेंटरी के मैनेजमेंट के विभिन्न स्थितियों के लिए पर्यावरण संरक्षण से लेकर कार्बन उत्सर्जन, एनर्जी कंजम्शन, ग्रीन एनवायरमेंट को ध्यान में रखते हुए आपदा, आपातकाल जैसी गंभीर स्तिथियों में मुद्रास्फीति का आम नागरिक पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर किस प्रकार इन्वेंटरी को सुगमता पूर्वक प्रत्येक उपभोक्ता को सुविधा प्रदान की जा सकती इसके लिए 40 से अधिक शोध पत्र तैयार किए है। उन्होंने अपना शोध कार्य कोटाबाग महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर नवीन भगत के मार्गदर्शन में पूरा किया। डॉ सुरेंद्र कई शोध जर्नल में एसोसिएट एडिटर और समीक्षक के रूप में भी कार्य कर रहे है और लगभग 20 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में प्रतिभाग कर चुके है। वर्ष 2023 में यंग साइंटिस्ट अवार्ड और अंतर्राष्ट्रीय विशिष्ट युवा अचीवर अवार्ड से सम्मानित किए जा चुके है। इसके साथ टीचर ऑफ द ईयर अवार्ड 2023 से भी सम्मानित किया गया और लगातार छात्र छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य निर्माण हेतु कार्य कर रहे है। डॉ सुरेंद्र के मार्गदर्शन में कई छात्र गणित विषय से नेट, जेआरएफ, गेट जैसी परीक्षा उत्तीर्ण कर देश के विभिन्न उच्च शोध संस्थानों में शोध कार्य कर रहे है, इसके अतिरिक्त स्नातक स्तर तक जितने भी गरीब छात्र है उन्हे निशुल्क कोचिंग देने के साथ शिक्षा में भारतीयकरण आ सके इस हेतु कई प्रकार के प्रोग्राम आयोजित करने और उनमें प्रतिभाग समय समय पर करते रहते है। इन सभी शिक्षकों की विशिष्ट उपलब्धि पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं ने बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।