खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। प्रदेश सरकार द्वारा गौला नदी को निजी हाथों में सौंपने को लेकर हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने सोमवार (आज) एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से सरकार पर जमकर हल्ला बोला।
हृदयेश ने कहा कि प्रदेश सरकार की कथनी और करनी में फर्क है। एक तरफ तो सरकार निवेश के नाम पर इन्वेस्टर समिट कर रही जिसमें टेंट का ही खर्चा करीब 27 करोड़ होता है, वहीं गौला नदी जिससे हल्द्वानी सहित सम्पूर्ण कुमांऊ की अर्थव्यवस्था चलती है उसे निजी हाथों में देकर सरकार न सिर्फ सरकारी खजाना लुटा रही बल्कि घात लगाकर गौला नदी से मिलने वाले यहां के लोगों के ब्यवसाय पर भी प्रहार कर रही है। उन्होंने कहा सरकार द्वारा पहले ही वाहनों का फिटनेश निजी हाथों में दे दिया गया, पहले जो फिटनेस चार हजार में होती थी अब पंद्रह हजार में हो रही। सरकार ने एक ऐसा ऐप बनाया जो किसी के मोबाइल पर नहीं चलता, लिहाजा डंपर स्वामियों को कम्प्यूटर वाले बाबा को तीन सौ रुपये घूस दो तो री रजिस्ट्रेशन हो जाता है। रॉयल्टी की पर्ची काटने के लिए निजी कम्पनी को टेंडर दे दिया। हृदयेश ने कहा याद आने लगा है अब 90 के दशक का जमाना जब गौला निजी हाथों में थी तो मुस्टंडे-गुंडे सुरक्षा को तैनात रहते थे, जिसके चलते रेता-बजरी को लेकर यहां सैकड़ो मर्डर हुए और अब फिर जल- जंगल- जमीन से मिल रहा रोजगार यहां की जनता से छीन कर प्रदेश सरकार माफिया राज चलाना चाहती है। हृदयेश ने गौला खनन संघर्ष समिति को अपना समर्थन देते हुए कहा कि कांग्रेस इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और इस लड़ाई को सड़क से सदन तक ले जायेगी।
इस दौरान महानगर अध्यक्ष एडवोकेट गोबिंद सिंह बिष्ट, जिला अध्यक्ष राहुल छिमवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष हेमंत बगड़वाल, गोबिंद बगड़वाल, जगमोहन बगड़वाल, त्रिलोक बनोली, शोभा बिष्ट, भागीरथी बिष्ट सहित अनेकों कांग्रेसी मौजूद रहें।