

खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। हाईकोर्ट के आदेश पर हल्द्वानी के बनभूलपुरा में रेलवे भूमि पर से अतिक्रमण हटाने के विरोध में जहां बनभूलपुरा की जनता पिछले कई दिनो से सड़कों पर उतर शांतिपूर्वक प्रदर्शनों कर रही है वहीं हल्द्वानी का यह मामला अब राष्ट्रीय राजनीति का भी विषय बन गया है। कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी, एवं एआईएमआईएम सहित कई राजनीतिक दल इसमें फ्रंट फुट पर हैं। कांग्रेस के स्थानीय विधायक सुमित हृदयेश ने वरिष्ठ अधिवक्ता सलमान खुर्शीद के जरिये सुप्रीम कोर्ट में पैरवी शुरू कर दी तो वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के दस नेताओं का एक डेलीगेशन हल्द्वानी के बनभूलपुरा में भेजा है। जिसमें सांसद, विधायक शामिल हैं।
सपा के इस प्रतिनिधि मंडल ने आज बुधवार को हल्द्वानी के बनभूलपुरा प्रभावित इलाके में दौरा किया और लोगों से बात कर उनका दुख जाना। मुरादाबाद के सांसद एसटी हसन ने यहां मीडिया से मुलाकात के दौरान कहा कि हम सियासत की बात नहीं करना चाहते लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि यह जगह रेलवे के पास कहां से आई, लोग यहां पर 100 सालों से अधिक से रह रहे हैं। उनके पास शिनाख्ती कार्ड हैं। साथ ही स्कूल कॉलेज, अस्पताल, ट्यूबवैल, मंदिर-मस्जिद समेत सरकारी ने सारी सहूलियतें यहां पर लोगों को मुहैया कराई हैं। इस दौरान सपा के प्रतिनिधि मंडल ने बनभूलपुरा में प्रभावित लोगों को यह आस बंधाई कि सुप्रीम कोर्ट में फैसला यहां की गरीब जनता के हक में आएगा। हमें उम्मीद है कि देवभूमि के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ज़रूर अपने नागरिकों की सुरक्षा करेंगे। इस मौके पर सांसद एसटी हसन, विधायक अताउर रहमान, वीरपाल सिंह, एसके राय, अरशद खान, सपा के प्रदेश प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीकी, प्रदेश प्रमुख महासचिव शुएब अहमद, उपाध्यक्ष सुरेश परिहार, कुलदीप सिंह भुल्लर, सुल्तान बेग समेत स्थानीय सपा नेता मौजूद रहे।