खबर सच है संवाददाता
खटीमा। खटीमा में सुरई रेंज में कल हुए युवक की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या के पीछे युवती को मुख्य कारण बताया गया है। पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार तीन आरोपी पंजाब के फरार अपराधी बताते जा रहे हैं।
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि 02 मई को सूचना मिली कि खटीमा क्षेत्र के साइफन पुल से आगे सरपुडा जाने वाले कच्चे रास्ते के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। सूचना पर क्षेत्राधिकारी व प्रभारी निरीक्षक खटीमा मय फोर्स के घटनास्थल पर पहुंचे। काफी प्रयासों के बाद शव की शिनाख्त आरिफ पुत्र अब्दुल करीम निवासी जमौर थाना खटीमा जनपद उधमसिंहनगर के रूप में की गयी। शव का निरीक्षण करने पर प्रथम दृष्टया मृतक की हत्या किसी धारदार हथियार से गला रेतकर किया जाना प्रतीत हुई। शव का पंचायतनामा आदि की कार्यवाही की गयी।
घटना के सम्बन्ध में मृतक के भाई मो० राशिद पुत्र अब्दुल करीम निवासी जमौर थाना खटीमा जनपद उधमसिंहनगर ने आजाद कुमार पुत्र राम केवल निवासी जमौर थाना खटीमा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उक्त टीम संदिग्ध अभियुक्त आजाद को उसके घर पर दबिश देकर गिरफ्तार किया व गहनता से पूछताछ करने पर इसके द्वारा बताया गया कि वो आरिफ से एक लड़की को लेकर रंजिश रखता था तथा हाल ही में उन दोनों का इस वजह से झगडा भी हुआ था। इसी बात को लेकर आजाद मन ही मन आरिफ से रंजिश रखने लगा तथा मो० आरिफ को सबक सिखाने की ठान ली। यद्यपि आरिफ व आजाद में अच्छी दोस्ती थी तथा दोनों अक्सर साथ साथ घूमा करते थे व शराब आदि भी पीते थे। ताहिर के घरवालों को आजाद की इस रंजिश का कुछ पता नहीं था। आजाद की दोस्ती हल्दीफार्म निवासी सुखविन्दर सिंह उर्फ सुख्खा पुत्र गुरदेव सिंह से भी थी। करीब एक हप्ते पहले सुखविन्दर उर्फ सुख्खा के घर पंजाब पटियाला से 02 रिश्तेदार आये हुये थे जिनके उपर पंजाब में धारा 307 भादवि का मुकदमा पंजीकृत है तथा पुलिस से बचने के लिये यह लोग आये थे। आजाद की दोस्ती इनसे भी हो गयी। यह सब लोग एक दिन जंगल घूमने गये तो वहीं सुख्खा व आजाद के मध्य मो० आरिफ को लेकर बातें हुई। तो सुख्खा ने बताया कि मेरे इन दोनों रिश्तेदारों पर पटियाला पंजाब में मुकदमे हैं और ये लोग वहाँ के धारा 307 भादवि के मुकदमे में फरार चल रहे हैं यह लोग मो० आरिफ को निपटाने में मदद करेंगे। तब चारों ने मिलकर आरिफ को मारने की योजना बनायी। इसी योजना के तहत एक मई को आजाद मो० आरिफ को बहाने से अपने साथ ताहिर की मोटर साइकिल पल्सर यूके 04एई 8857 में ले आया तथा शराब पीने की बात कहकर सुख्खा के दोनों रिश्तेदार आशीष व विजय को भी साथ ले लिया। इसी दौरान आशीष ने योजना के अनुसार सुख्खा के घर से एक चापड़ अपने पास छिपा लिया। फिर यह चारों उसी बाइक में हल्दी होते हुये साइफन पुल से आगे सरपुड़ा जाने वाले कच्चे रास्ते में आ गये। इसी दौरान इन्होंने काफी शराब पी थी। कच्चे रास्ते में आजाद ने मो० आरिफ के पैर व विजय ने मो० आरिफ के हाथ पकड़कर जमीन पर गिरा दिया तथा आशीष ने साथ लाये चापड़ से आरिफ का गला काट कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद इनके द्वारा मो० आरिफ की बाइक पल्सर को देवहा नदी में छुपाने के उददेश्य से फेंक दिया तथा चापड़ भी वहीं नदी किनारे गिर गया। आजाद के गिरफ्तारी के पश्चात उसके बयानों के आधार पर उक्त हत्या की घटना में सुखविन्दर सिंह उर्फ सुख्खा द्वारा षडयंत्र रचना तथा हत्या के लिये अपने घर आये रिश्तेदार आशीष व विजय को तैयार करना पाये जाने पर सुखविन्दर सिंह उर्फ सुख्खा तथा सुख्खा के घर से ही अभियुक्त आशीष व विजय की गिरफतारी की गयी व अभियोग में धारा 201/120B/34 IPC की बढोत्तरी कर घटना में प्रयुक्त चापड़ तथा घटना के समय अभियुक्त द्वारा पहने गये कपडे रक्त रंजित तथा मृतक की मो0सा0 को बरामद किया गया। एसएसपी ने कहा जिले में चल रहे सत्यापन अभियान के तहत यह बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस यदि तत्परता से काम नहीं करती तो आरोपी फरार हो जाते। एसएसपी ने पुलिस टीम की सराहना भी।