खबर सच है संवाददाता
देहरादून। सोमवार 6 दिसम्बर को उत्तराखंड मेडिकल यूनिवर्सिटी देहरादून में आयोजित चतुर्थ दीक्षांत समारोह में देश के तीन नामचीन लोगों को D Sc की उपाधि से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रोफेसर डॉ आदित्य भूषण पंत के अलावा AAIMS दिल्ली के नेत्र सर्जन पद्मश्री डॉ जे एस तितियाल तथा मधुमेह विशेषज्ञ डॉ जे के शर्मा को राज्यपाल द्वारा मानद उपाधि दी गयी। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह, उत्तराखण्ड मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ हेम चन्द्रा, आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ सुनील जोशी आदि गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।
बताते चलें कि प्रोफेसर डॉ आदित्य भूषण पंत की प्रारंभिक शिक्षा ऋषिकेश में हुई। इसके बाद इन्होंने आई आई टी रुड़की के बायोटेक्नोलॉजी विभाग से पी एचडी की उपाधि प्राप्त की। 30 वर्ष पहले डॉ पंत ने लखनऊ के केंद्रीय औषधि विज्ञान अनुसन्धान संस्थान ( CDRI ) से रिसर्च प्रारम्भ करके कई पदों पर रहकर काम किया। वर्तमान में डॉ पंत लखनऊ के विष विज्ञान अनुसन्धान संस्थान ( IITR ) में वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक पद पर कार्यरत हैं। जिनके मार्गदर्शन में अनेकों लोग बायोटेक्नोलॉजी में P hD कर चुके हैं। डॉ पंत द्वारा न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स, गर्भावस्था के दौरान होने वाली मष्तिष्क की बीमारियों और कई जटिल रोगों पर अनुसन्धान किया गया। कोविड की जीनोम मैपिंग में भी इनका कार्य महत्वपूर्ण है। यूनिवर्सिटी ऑफ sao paulo, ब्राजील के साथ इन्होंने स्क्लेरोसिस जैसी जटिल बीमारी पर उल्लेखनीय कार्य किया है। डॉ पंत को विज्ञान रत्न सम्मान 2010, शकुंतला अमीर चंद पुरुस्कार 2007, नेशनल बायोसाइंस अवार्ड 2012, के टी शेट्टी मेमोरियल न्यूरोसाइंस अवार्ड 2018, STOX गोल्ड मैडल जैसे कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले हैं। प्रोफेसर डॉ आदित्य भूषण पंत के पूर्वज अल्मोड़ा के खूंट से टिहरी चले गए थे इनके पिताजी ऋषिकेश में सरकारी सेवा में रहे। प्रोफेसर डॉ पन्त के बड़े भाई पर्यावरण कार्यकर्ता डॉ आशुतोष पंत वर्तमान में उधमसिंहनगर में जिला आयुर्वेद अधिकारी हैं।




