खबर सच है संवाददाता
चंपावत/पिथौरागढ़। चम्पावत में मूसलाधार बारिश के चलते टनकपुर-पिथोरागढ़ मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग 09 को फिलहाल आवाजाही के लिए प्रशासन ने बंद कर दिया गया है।
चम्पावत जिले के पहाड़ी मार्ग विभिन्न जगहों मलबा आने से अवरुद्ध हो गए हैं, बरसात के रूख को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने राष्ट्रीय राजमार्ग 09 को बंद करते हुए स्टेशनों पर रैन बसेरा तैयार कर दिया है, ताकि मार्ग बंद होने से परेशान यात्री रूक सके। वही वर्षा के चलते टनकपुर-तवाघाट हाईवे पर घाट में आठ दस स्थानों पर भारी संख्या में मलबा आ जाने के कारण रोड बंद है। ऐसे में उधर से गुजरने वाले वाहन भी फंसे हैं। जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ का पड़ोसी जनपदों सहित मैदानी क्षेत्रों से सम्पर्क भंग है। दिल्ली बैंड पर बनी खतरनाक स्थिति को देखते हुए पुलिस तैनात की गई है। शनिवार को जिलाधिकारी ने भी मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। बारिश से शनिवार सुबह थल -मुनस्यारी मार्ग में हरडिय़ा के पास मलबा आने से सुबह लगभग चार घंटे मार्ग बंद रहा। मलबा हटाए जाने के बाद यातायात सुचारु हुआ। तवाघाट–लिपुलेख मार्ग तीन स्थानों पर बंद हो चुका है। मार्ग पर तीसरे दिन भी यातायात ठप रहा। मलघाट के पास लगातार पत्थर गिर रहे हैं। छियालेख के निकट एस बैंड के पास मार्ग बंद है। एक अन्य स्थान पर भी मार्ग बंद हो चुका है। गुंजी से कुटी, आदि कैलास मार्ग भारी हिमपात से बंद हो चुका है। जिले में सुबह आठ मार्ग बंद थे और दो मार्ग यातायात के लिए खुल चुके हैं। हाईवे पर बीती शाम पांच बजे के आसपास फंसे वाहन पास हुए लेकिन लगातार पत्थर गिरने से खतरा बना हुआ है।
सीमांत में यहां हो रहा हिमपात
नावीढांग में ढाई फीट तो कुटी, ज्योलिंगकोंग में तीन फीट हिमपात उच्च हिमालय में दूसरे दिन भी हिमपात जारी है। ओम पर्वत क्षेत्र में नावीढांग में लगभग ढाई फीट तो आदि कैलास मार्ग में कुटी सहित आसपास के क्षेत्र में तीन फीट हिमपात हो चुका है। गुंजी, नाबी, रोंगकोंग सहित अन्य स्थानों पर हिमपात जारी है। क्षेत्र के सभी पहाड़ बर्फ से लकदक हो चुके हैं। दारमा घाटी में अंतिम आइटीबीपी चौकी 17500 फीट की ऊंचाई पर दावे में भारी हिमपात हो चुका है। मुनस्यारी के रालम, मिलम सहित उच्च हिमालयी गांवों में हिमपात जारी है।