खबर सच है संवाददाता
कपकोट। उत्तराखंड में बागेश्वर जिले के कपकोट में विनाशकारी बरसात ने तबाही मचा कर रख दी है । बरसात से सरयू नदी उफान पर चढ़ गई और कपकोट का एएनएम सेंटर बहा कर ले गई। कपकोट विधायक और एसडीएम नुकसान का जायज़ा लेने पहुंचे। मलुवे में कई जगह बाइक भी दब गई हैं।
मौसम विभाग की 28 और 29 जून को ऑरेंज अलर्ट की भविष्यवाणी बागेश्वर जिले के कपकोट में सटीक साबित हुई। यहां मंगलवार रात से बुधवार सवेरे तक अत्यधिक 212 एमएम बारिश होने से सरयू नदी उफान पर चढ़ गई। नदी के तेज वेग में नदी किनारे बना एएनएम सेंटर बह गया। बारिश के पानी से पहाड़ों में भूस्खलन और जगह जगह जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। बागेश्वर से कपकोट को जोड़ने वाले मोटर मार्ग भी श्रतिग्रस्त हो गए। कपकोट के विधायक सुरेश गढ़िया और एसडीएम पारितोष वर्मा ने तत्काल मौके का दौरा किया। एसडीएम ने बताया कि क्षेत्र में आपदा प्रबंधन की टीमों को हाई अलर्ट पर रखते हुए मौके पर भेज दिया गया है। टूटी सड़कों को खोलने के लिए दोनों तरफ से जेसीबी मशीन लगा दी गई है। संपर्क मार्गों का रखरखाव करने वाले विभागों को निर्देशित कर सड़क खोलने के निर्देश के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में हुए नुकसान का आंकलन लगाया जा रहा है। एसडीएम ने सभी खामियों को दूर कर स्थिति सामान्य करने की बात कही है। हादसे में भूस्खलन के कारण बाइक भी मलुवे के नीचे दब गई ।
क्षेत्रीय विधायक ने बताया कि क्षेत्र में कई स्थानों पर बिजली की लाइन को भी नुकसान हुआ है। वहीं कुछ लोगों के आवासीय घरों के भी क्षतिग्रस्त होने की सूचनाएं मिल रही हैं। अभी फिलहाल नुकसान का जायजा लिया जा रहा हैं जिसके बाद वास्तविक स्थिति का और नुकसान का पता चल सकेगा। इधर निरीक्षण में साथ गए सभासद तनुज तिरुवा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान पत्थर लगने से विधायक को भी हल्की चोट लगी है। हालांकि चोट गंभीर नहीं है। साथ ही एएनम सेंटर पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। अशो फ़ालदा सड़क बह गई है। जगह जगह हुई भारी तबाही का जायजा भी लिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार करीब 2 दर्जन से अधिक अधिक सड़कें बंद हो चुकी हैं।
पीड़ितों को दिया जाएगा मुआवजा
उपजिलाधिकारी परितोष वर्मा ने बताया कि मंगलवार से बुधवार सुबह तक यहां पर 212 एमएम बारिश हो चुकी है, और बागेश्वर को लिंक करने वाला पुल भी बंद हो गया है। हमने दोनों ओर से जेसीबी यहां लगा दी है बागेश्वर की तरफ भी और कपकोट की तरफ भी। जल्द ही इस रोड़ को खोल दिया जाएगा, इसके अलावा गांवों के अन्य संपर्क मार्ग भी बंद हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जो भी नुकसान होने की सूचना आई है, उसमें राजस्व की टीमें नुकसान का आकलन करने के लिए उन क्षेत्रों में जा रही हैं, जो मुआवजे के लिए पात्र होंगे उन्हें शीघ्र ही मुआवजा दिया जाएगा।