खबर सच है संवाददाता
काशीपुर। उत्तराखंड के जनपद उधम सिंह नगर में बीते 13 अक्टूबर को ग्राम जुड़का कुंडेश्वरी निवासी स्टोन क्रेशर स्वामी महल सिंह अपने फार्म हाउस पर बैठकर सुबह अखबार पढ़ रहे थे, कि दो नकाबपोश अज्ञात शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए उन्हें मौत के घाट उतार दिया था।घटना के बाद मृतक के भतीजे कर्मपाल सिंह ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ कुंडेश्वरी चौकी में घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
घटना को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने इस मामले में तत्काल निरीक्षण कर घटनास्थल से हत्या का अनावरण करने के निर्देश पर अभय सिंह पुलिस अधीक्षक अपराध रुद्रपुर श्री चंद्र मोहन सिंह पुलिस अधीक्षक काशीपुर एवं सीओ वंदना वर्मा को टीम के साथ लगाया गया। एसओजी और पुलिस की संयुक्त टीम ने घटना का पर्दाफाश करने में अपनी पूरी जान लगा दी। आज कोतवाली परिसर में घटना का खुलासा करते हुए डीआईजी नीलेश आनंद भरणे और एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने घटना का संयुक्त रुप से खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त प्रभजोत सिंह निवासी गुलजारपुर वर्ष 2015 से 2020 तक एकता स्टोन क्रेशर पर बतौर मुंशी का कार्य करता था। स्टोन क्रेशर में महल सिंह, सुखवंत सिंह व उसका भाई हरजीत सिंह उर्फ काले व जगप्रीत सिंह पाटनर थे करीब 2 वर्ष अजीत काले महल सिंह वह सतवंत सिंह के बीच आपस में पार्टनरशिप को लेकर विवाद रहने लगा। इसी के चलते इन तीनों व्यक्तियों ने महल सिंह को ठिकाने लगाने के लिए बाहर से दो शूटरों को बुलवाया और महल सिंह की हत्या करवा दी। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर प्रभजोत सिंह निवासी गुलजारपुर कुंडेश्वरी रजविंदर कौर पत्नी तरसेम सिंह निवासी गुलजारपुर कुंडेश्वरी और सुखदेव सिंह उर्फ सेवी पुत्र पीतम सिंह को एक पिस्टल 30 कैलिबर आठ जिंदा 30 कैलिबर दो कारतूस खाली खोखा बरामद किए हैं इस षड्यंत्र में रजविंदर कौर पत्नी तरसेम सिंह भी पूरी तरीके से शामिल रही थी। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया है। पुलिस दोनों शूटरों की सरगर्मी से तलाश कर रही है। डीआईजी ने पुलिस टीम को ₹50000 इनाम देने की घोषणा भी की है।