“एक देश-एक चुनाव” की दिशा में सरकार का पहला कदम, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बने कमेटी के अध्यक्ष

ख़बर शेयर करें -

  

खबर सच है संवाददाता

नई दिल्ली। देश के चुनावी सिस्टम में एक एतिहासिक फेरबदल की संभावनाओं के साथ ही “एक देश-एक चुनाव” की दिशा में सरकार ने पहला कदम उठाते हुए सरकार ने इसकी संभावनाओं पर विचार के लिए एक कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी का अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बनाया गया है। कमेटी के सदस्यों पर थोड़ी देर में नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। हालांकि विपक्षी पार्टियों ने सरकार के इस कदम पर सवाल उठाए हैं।

कांग्रेस ने सवाल किया है कि अभी इसकी क्या जरूरत है? पहले महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों का निवारण होना चाहिए। वहीं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी आज पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। दोनों की मुलाकात का वीडियो भी सामने आया है। बता दें कि चुनाव कराने की वित्तीय लागत, बार-बार प्रशासनिक स्थिरता, सुरक्षा बलों की तैनाती में होने वाली परेशानी और राजनीतिक दलों की वित्तीय लागत को देखते हुए मौजूदा सरकार एक देश, एक चुनाव की योजना पर विचार कर रही है। इसके तहत सरकार लोकसभा और सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराना चाहती है।

यह भी पढ़ें 👉  उच्च न्यायालय ने अनिल कपूर के सूत्रवाक्य ‘‘झकास’’ समेत नाम, तस्वीर, आवाज और व्यक्तित्व के व्यवसायिक लाभ हेतु दुरुपयोग पर लगाई रोक  

साल 1951-52 में लोकसभा और सभी राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव एक साथ हुए थे। इसके बाद 1957, 1962 और 1967 में भी लोकसभा और सभी विधानसभाओं के चुनाव एक साथ हुए, लेकिन बाद में 1968, 1969 में कुछ विधानसभाओं के समय से पहले भंग होने और 1970 में लोकसभा को समय से पहले भंग होने से यह साथ चुनाव कराने का चक्र बाधित हो गया। यही वजह है कि अब स्थिति ये हो गई है कि हर साल कहीं ना कहीं चुनाव हो रहे होते हैं। ऐसे में सरकार फिर से लोकसभा और सभी विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की संभावनाओं पर विचार कर रही है। अब इस दिशा में कमेटी का गठन एक बड़ा कदम है। सरकार ने एक देश, एक चुनाव की संभावनाओं पर विचार के लिए कमेटी का गठन कर दिया है। हालांकि सरकार के लिए भी इस फैसले को लागू करना और इस संबंध में कानून बनाना आसान नहीं होगा। दरअसल एक साथ चुनाव कराने के लिए कई विधानसभाओं के कार्यकाल में मनमाने ढंग से कटौती करनी पड़ेगी। जिसका विरोध होना तय है। वहीं आज इस कदम के बाद ही विपक्ष ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। तमाम राजनीतिक दल इसके विरोध में उठ खड़े हुए हैं।

Ad Ad
Ad

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 हमारे समाचार ग्रुप (WhatsApp) से जुड़ें

👉 हमसे फेसबुक पर जुड़ने के लिए पेज़ को लाइक करें

👉 ख़बर सच है से टेलीग्राम (Telegram) पर जुड़ें

👉 हमारे पोर्टल में विज्ञापन एवं समाचार के लिए कृपया हमें [email protected] पर ईमेल करें या +91 97195 66787 पर संपर्क करें।

TAGS: former President Ramnath Kovind became the chairman of the committee Government's first step towards "one country-one election" New delhi One country-one election

More Stories

दिल्ली

उच्च न्यायालय ने अनिल कपूर के सूत्रवाक्य ‘‘झकास’’ समेत नाम, तस्वीर, आवाज और व्यक्तित्व के व्यवसायिक लाभ हेतु दुरुपयोग पर लगाई रोक  

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें -खबर सच है संवाददाता नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने अभिनेता अनिल कपूर के मशहूर सूत्रवाक्य ‘‘झकास’’ समेत उनके नाम, तस्वीर, आवाज और व्यक्तित्व की अन्य विशेषताओं का व्यवसायिक लाभ के लिए दुरुपयोग करने पर बुधवार को रोक लगा दी। न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने अभिनेता द्वारा कई वेबसाइट और मंचों के खिलाफ […]

Read More
उत्तराखण्ड दिल्ली

73 साल के हुए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सहित अनेकों गणमान्य ने दी शुभकामनाएं, मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखण्ड में ‘स्वच्छता लीग मैराथन’ का किया शुभारंभ   

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें -खबर सच है संवाददाता नई दिल्ली/देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को 73 साल के हो गए और उनके जन्मदिन के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित अनेकों गणमान्य व्यक्तियों एवं नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने प्रमुख नेता के जन्मदिन को चिह्नित करने के लिए कई कल्याणकारी पहलों के […]

Read More
दिल्ली

शानदार आगाज के साथ उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का दिल्ली में हुआ कर्टेन रेजर कार्यक्रम

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें -खबर सच है संवाददाता नई दिल्ली। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के करटेन रेजर के मौके पर आज आईटीसी ने 5000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव उत्तराखंड सरकार को दिया। महिन्द्रा हॉलीडेज एण्ड रिसोर्ट इण्डिया लिमिटेड के साथ 1000 करोड़ और ई-कुबेर के साथ 1600 करोड़ रुपए के निवेश का एमओयू किया गया। पहले […]

Read More