खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। जन भावनाओं की अनदेखी किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं की जा सकती। शासन-प्रशासन हो या फिर कोई जनप्रतिनिधि और समाजसेवी सभी को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार काम करना चाहिए। यह वक्तव्य बल्यूटिया ने शनिवार को दमुआढुंगा स्थित अंबेडकर पार्क के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद जारी किया।
उन्होंने कहा कि उद्घाटन अवसर पर अंबेडकर पार्क की नींव रखने वाले समाजसेवी स्वर्गीय गोकुलानंद जी का नाम लेने की तक जरूरत महसूस नहीं की गई। वर्ष 1990 के दशक में स्थानीय समाजसेवी गोकुलानंद जी ने अंबेडकर पार्क की नींव रखी थी। उस क्षेत्र का नाम आज भी गोकुल नगर कहलाता है। जिस स्थान पर आज अंबेडकर पार्क है वहां पर एक सरकारी विभाग की आवासीय कॉलोनी बनाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी। तब गोकुलानंद जी ने इसका पुरजोर विरोध किया था। इसके बाद वहां पर समय-समय पर अतिक्रमण के प्रयास होते रहे। अपने जीते जी गोकुलानंद जी अतिक्रमणकारियों का डटकर मुकाबला करते रहे। लोगों का कहना है कि अंबेडकर पार्क में स्वर्गीय गोकुलानंद जी का भी स्मृति पट लगना चाहिए।