खबर सच है संवाददाता
देहरादून। देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में भव्य और ऐतिहासिक तरीके से आयोजित की जाएगी। इस विशेष अवसर पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे और परेड का निरीक्षण करेंगे।
ज्ञात हो कि पासिंग आउट परेड न केवल कैडेटों के कठिन सैन्य प्रशिक्षण की सफल समाप्ति का प्रतीक होती है, बल्कि यह क्षण देश और विदेश से आए अफसर कैडेटों के लिए अपने-अपने देशों की सेनाओं में अधिकारी बनने का गौरवपूर्ण अवसर भी प्रदान करता है। भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड को देश की सबसे प्रतिष्ठित सैन्य परंपराओं में से एक माना जाता है। इस समारोह के दौरान कैडेट आखिरी बार प्रशिक्षु के रूप में कदमताल करते हैं और इसके बाद भारतीय सेना या मित्र देशों की सेनाओं में अधिकारी के रूप में अपनी जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार होते हैं।
11 दिसंबर को होगी कमांडेंट परेड
IMA Passing Out Parade 13 December से पहले 11 दिसंबर को कमांडेंट परेड का आयोजन किया जाएगा। यह परेड अंतिम मूल्यांकन का अहम चरण होती है, जिसमें कैडेटों के सैन्य अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और प्रशिक्षण स्तर का आकलन किया जाता है। इसके बाद 13 दिसंबर को कैडेट अंतिम पग भरते हुए देश सेवा का संकल्प लेंगे।
1932 में हुई थी IMA की स्थापना
भारतीय सैन्य अकादमी की स्थापना एक अक्टूबर 1932 को की गई थी। अकादमी का पहला बैच केवल 40 कैडेटों के साथ पास आउट हुआ था। हालांकि, बीते नौ दशकों में IMA ने अपनी प्रशिक्षण क्षमता को अभूतपूर्व रूप से बढ़ाया है। आज अकादमी एक समय में करीब 1660 कैडेटों को प्रशिक्षण देने की क्षमता रखती है। IMA ने न केवल भारतीय सेना बल्कि मित्र देशों की सेनाओं को भी उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान किया है। यही कारण है कि इसे दुनिया की अग्रणी सैन्य प्रशिक्षण संस्थाओं में गिना जाता है।
अब तक 66 हजार से अधिक कैडेट हुए प्रशिक्षित
अकादमी की स्थापना से लेकर अब तक लगभग 66 हजार कैडेट यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। इनमें से करीब 3 हजार कैडेट मित्र देशों से रहे हैं। IMA के पूर्व कैडेटों ने युद्धक्षेत्र से लेकर शांति मिशनों, आपदा प्रबंधन और प्रशासनिक दायित्वों तक हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर भारतीय सेना का नाम रोशन किया है।
71 कैडेट हुए मुख्यधारा में शामिल
इससे पहले भारतीय सैन्यअकादमी में आयोजित भव्य ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान आर्मी कैडेट कॉलेज (ACC) विंग के 71 कैडेट औपचारिक रूप से अकादमी की मुख्यधारा में शामिल हुए। यह समारोह कैडेटों के सैन्य जीवन की एक नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
देश सेवा का संकल्प
IMA Passing Out Parade 13 December के दिन कैडेट न केवल अधिकारी पद की शपथ लेंगे, बल्कि राष्ट्र की अखंडता, संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करने का संकल्प भी लेंगे। यह दिन कैडेटों के परिवारों के लिए भी अत्यंत गर्व और भावुकता का क्षण होता है, जिन्होंने वर्षों तक उनके प्रशिक्षण और अनुशासन की यात्रा को देखा होता है। भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड देश की सैन्य परंपराओं,अनुशासन और बलिदान की भावना का जीवंत प्रतीक है। 13 दिसंबर को आयोजित होने वाली यह परेड एक बार फिर भारतीय सेना की शक्ति, गौरव और नेतृत्व क्षमता को प्रदर्शित करेगी।