खबर सच है संवाददाता
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने लंबे समय से एक ही अनुभाग में डटे कार्मिकों का अनुभाग बदला है। साथ ही पेपर लीक प्रकरण में विजिलेंस जांच की जद में आए कार्मिकों से काम छीने गए।
पेपर लीक प्रकरण में सरकार ने आयोग के तत्कालीन सचिव संतोष बडोनी, पूर्व परीक्षा नियंत्रक एनएस डांगी, अनुभाग अधिकारी कैलाश चंद्र नैनवाल, समीक्षा अधिकारी दीपा जोशी और बीएल बहुगुणा के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू की है। बताते चलें कि पेपर लीक प्रकरण सामने आने के बाद पूर्व में अध्यक्ष रहे एस राजू ने त्यागपत्र दे दिया था। जबकि सचिव संतोष बडोनी को हटाकर सरकार ने उनके मूल विभाग में भेज दिया था। इसके बाद उन्हें संस्पेंड कर दिया गया था। अब संतोष बडोनी और सेवानिवृत्त हो चुके परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी पर इसी प्रकरण में विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज किया है। आयोग के सचिव एसएस रावत ने इसके अलावा 16 अन्य कर्मचारियों को इधर से उधर कर दिया है। प्रभारी अनुसचिव राजन नैथानी को विभागीय नियमावली आदि के कार्यों से हटाकर जांच से संबंधित काम दिए गए हैं। अनुभाग अधिकारी संतोष कुमार निराला को परीक्षा से गोपन, सहायक लेखाकार भरत सिंह चौहान को बजट से लेखा के सभी काम, सुभाष घिल्डियाल को अधियाचन से हटाकर परीक्षा अनुभाग, प्रमीत अधिकारी को अति गोपन से हटाकर गोपन अनुुुभाग, सतीश चंद्र उप्रेती को विधि, बबीता को परीक्षा अनुभाग, सपना को परीक्षा अनुभाग, अरविंद सिंह को गोपन अनुभाग, अनिल कुमार को विधि अनुभाग, विनीत रावत को गोपन और पंकज सुंद्रियाल को लेखा अनुभाग की जिम्मेदारी दी गई है।