खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। अजब गजब तरीके से एटीएम से छेड़खानी कर पैसे चोरी करते हुए कानपुर के एक व्यक्ति को बैंक के संविदा कर्मी ने पकड़ा। बैंक मैनेजर द्वारा उक्त ब्यक्ति को किया गया काठगोदाम थाना पुलिस पुलिस के हवाले। पुलिस द्वारा जांच में आरोपी के पास से 10 एटीएम, तीन आधार कार्ड व 30 हजार रुपए की नकदी बरामद हुई है।
बताते चलें कि अल्मोडा अर्बन कॉपरेटिव बैंक निकट बृजलाल अस्पताल केएटीएम मशीन में छेड़छाड़ कर फ़र्ज़ी स्लिप प्राप्त कर धोखाधड़ी तरीके से पैसे निकाल रहा था। इस दौरान शक होने पर बैंक के संविदा कर्मी ने तत्काल उसे पकड़ते हुए शाखा के मुख्य प्रबंधक को सूचित किया। मुख्य प्रबंधक अल्मोडा अर्बन कॉपरेटिव बैंक शाखा काठगोदाम नवीन चंद्र पाटनी द्वारा मौके पर पहुंच अभियुक्त को थाना काठगोदाम पुलिस के सुपुर्द करने के साथ ही अभियुक्त के खिलाफ तहरीर दी गई। बैंक के मुख्य प्रबंधक नवीन चंद्र पाटनी की लिखित तहरीर पर पकड़े गएअभियुक्त रणवीर सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी 713 एलआईजी गंगापुर केडीए निकट किदवई नगर पुलिस चौकी थाना नावस्ता जिला कानपुर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर, थाना काठगोदाम में धारा- 420,419,465,467,468,471,380,411 आईपीसी बनाम रणवीर सिंह पंजीकृत किया गया। जांच के दौरान अभियुक्त के पास से धोखाधड़ी कर चोरी किये 30000 रुपये, अभियुक्त द्वारा अलग अलग नाम पते से तैयार किये 03 फ़र्ज़ी आधार कार्ड, अलग अलग बैंक के 10 एटीएम कार्ड, एटीएम में छेड़छाड़ कर प्राप्त की गई फ़र्ज़ी एटीएम स्लिप/पर्ची बरामद हुई। साथ ही पता चला कि अभियुक्त अपने एवं पहचान वालो के एटीएम कार्ड लेकर अपने शहर से दूर जाकर किसी भी एटीएम मशीन में अपने कार्ड को लगाकर पिन डालकर पैसे निकालते है और जैसे ही पैसे मशीन से निकलने वाले होते है ये लोग मशीन के डिस्पेंसर/शटर को हाथ लगाकर रोक देते है और खुलने नही देते फिर हाथ हटा लेते है जिससे इनके पैसे तो मशीन से निकल जाते है किंतु इन फ्रॉड करने वालो को मशीन से जो स्लिप / पर्ची प्राप्त होती है उसमें TRM UNKNOWN CASH AMT DISPENSED लिखा आता है जो कि स्लिप में error दिखता है साथ ही धोखाधड़ी करने वाले के खाते के ट्रांसक्शन में भी error लिखा आता है उसके बाद ये फ्रॉड व्यक्ति अपनी इस फर्जी एटीएम स्लिप एवं खाते के error ट्रांसक्शन डिटेल को अपने खाते के होम ब्रांच में जरिये प्रार्थपत्र पैसे वापस करने के दावा कर बैंक से फिर उतनी ही रकम ओर लेते है जिससे इन फ्रॉड करने वालो को बहुत मुनाफा होता है। साथ ही बैंक को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। ये लोग जहां पर अपराध करते हैं उस स्थान के होटल में रुकने के दौरान अपनी फर्जी आधार कार्ड लगाकर होटल में रुकते हैं जिससे पुलिस की गिरफ्त से बचा जा सके।
अभियुक्त की जांच पड़ताल में थानाध्यक्ष काठगोदाम प्रमोद पाठक, उपनिरीक्षक चौकी प्रभारी मल्ला काठगोदाम फ़िरोज़ आलम, उपनिरीक्षक चौकी प्रभारी दमुवाडूंगा महेंद्र राज सिंह, कांस्टेबल लोकेश उपाध्याय, प्रमोद कुमार, योगेश कुमार, कारज सिंह, संजय साहनी शामिल थे।