खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला वाणिज्य महाविद्यालय हल्द्वानी में गुरुवार (आज) महाविद्यालय की प्लेसमेंट सेल के तत्वाधान में उद्योग विभाग एवं सुक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय द्वारा 21 दिवसीय उद्यमिता एवं कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
प्लेसमेंट सेल प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉ0 रितुराज पंत ने इस 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रासंगिकता को रोजगार से जोड़ते हुऐ प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इसके पश्चात जिला उद्योग केंद्र के पूर्व महाप्रबंधक योगेश पांडे ने प्रशिक्षणार्थियों को कौशल विकास से संबंधित संपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि हमें जिज्ञासु और उद्यमी होना जरूरी है क्योंकि किसी भी कार्य को करने के लिए निष्ठा और लगन की आवश्यकता है। वर्तमान समय में सरकार द्वारा अनेक कौशल विकास कार्यक्रम और योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनके जरिए हम अपनी आजीविका को सुरक्षित कर सकते हैं और रोजगार के नए-नए अवसरों की खोज भी कर सकते हैं। जिला उद्योग केंद्र के फील्ड ऑफिसर एन पी टम्टा ने कौशल विकास के अंतर्गत किन-किन श्रेणियां में लोन मिल सकते हैं और कितनी धनराशि तक का लोन हम प्राप्त कर सकते हैं इस संबंध में संपूर्ण जानकारी छात्राओं को दी। एमएसएमई के करन पंवार ने छात्राओं को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से एमएस वर्ड, एमएस एक्सल आदि के संबंध में बताया। उनका कहना है कि इस प्रशिक्षण को 21 दिनों तक पूरी लगन और मेहनत के साथ सीखे तो वह उसे रोजगार के साथ आजीविका का जरिया भी बना सकते है। अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो0 शशि पुरोहित ने छात्राओं को वर्तमान परिस्थितियों में हम किस तरह रोजगार से संबंधित संभावनाओं को खोज सकते हैं और किस प्रकार से उद्यमी बनते हुए औरों को भी स्वरोजगार से जोड़ते हुए रोजगार उत्पन्न कर सकते हैं इस संबंध में छात्राओं को विस्तार से समझाते हुए कहा कि आज आवश्यकता है कि हम नौकरी की ओर को ना जा कर इस प्रकार के उद्यमी बने जिससे हम औरों को भी नौकरी अथवा रोजगार दे सकते हैं। इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम से हम लाभान्वित होते हुए औरों को भी रोजगार के अवसर प्रदान कर सकते हैं। अंत में प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉ0 रितुराज पंत ने जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सुनील पंत जी सहित सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 गीता पंत ने किया। इस अवसर पर डॉ राजेश चौनवॉल उपस्थित रहे।