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संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा सर्वधर्म समभाव प्रार्थना तथा रामधुन गायन ने बांधा समा
हल्द्वानी। इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला वाणिज्य महाविद्यालय में गांधी जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री जयंती के अवसर पर प्राचार्य प्रो0 शशि पुरोहित द्वारा ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान के साथ आज के दिवस के महानायकों महात्मा गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रों का अनावरण करके माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद नमामि गंगे इकाई के तत्वाधान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस दौरान इसके वीर शहीदो हेतु महाविद्यालय में अवस्थित शौर्य दीवार में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए सर्वधर्म समभाव प्रार्थना तथा राम धुन का संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा गायन एवं महाविद्यालय में एक वृहद स्वच्छता अभियान चलाया गया। जिसमें छात्राओं, प्राध्यापकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने पूरे जोश के साथ प्रतिभाग किया। नमामि गंगे इकाई की छात्राओं द्वारा महाविद्यालय में हर्बल वाटिका में स्वच्छता अभियान चलाया गया। इसके पश्चात महाविद्यालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर शशि पुरोहित ने अपने विचार व्यक्त किया एवं स्वच्छता को आत्मसार करते हुए इस राष्ट्रव्यापी अभियान को केवल पखवाड़े मात्रा तक ही सीमित न रखते हुए ईमानदारी के साथ निरंतर अपने जीवन में आत्मसार करने का आवाहन किया। नमामि गंगे के नोडल अधिकारी डॉ रितुराज पंत ने नमामि गंगे अभियान स्वच्छता ही सेवा, कचरा मुक्त घाट कचरा मुक्त भारत के बारे में विस्तार से बताते हुए पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित की गई विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया। साथ ही नमामि गंगे के अंतर्गत पारंपरिक खेल में एक खो खो प्रतियोगिता आयोजित की गई। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो0 शशि पुरोहित द्वारा नमामि गंगे के अंतर्गत आयोजित की गई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए राष्ट्रव्यापी अभियान में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करने के लिए छात्राओंं की प्रसंशा कर उत्सवर्धन किया। नमामि गंगे के नोडल अधिकारी डॉ रितुराज पंत द्वारा नमामि गंगे समिति सहित सभी छात्राओं, प्राध्यापकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ ललित जोशी द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ देवकी गिरी गोस्वामी, प्रो ए के श्रीवास्तव, डॉ गीता पंत, डॉ रेखा जोशी, डॉ पी एस नेगी, डॉ अंजू पालीवाल डॉ रुचि आदि उपास्थित रहे।