खबर सच है संवाददाता
चंपावत। चंपावत विधानसभा सीट पर तमाम कोशिशों के बाद भी सत्तारूढ पार्टी मतदान का पुराने रिकार्ड नहीं तोड़ पायी। चुनाव संपन्न होने के बाद चंपावत उपचुनाव चुनाव में 64 फीसदी मतदाताओं ने ही वोट डाले। जबकि फरवरी 2022 में हुए आम चुनाव में लगभग 66 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया।
आज सुबह से ही चंपावत उपचुनाव हेतु मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीङ जुटनी शुरू हो गई थी, लेकिन दोपहर बाद हुई बारिश ने कुछ देर मतदान को प्रभावित कर दिया। इस दौरान जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर के कई मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया, वहीं मुख्यमंत्री की पत्नी गीता धामी ने भी दर्जनों बूथों को देखा। जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पिंचा ने भी बूथों में घूम घूम कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोङी ने एजेंट व कांग्रेस जनपद को धमकाने का आरोप लगाते हुए क्लेक्ट्रेट में धरना भी दिया। बहरहाल रिकार्ड तोड़ने की अफवाहों के बावजूद मतदान फरवरी 2022 से भी नीचे ही रहा। चंपावत विधानसभा सीट में अब तक हुआ मतदान प्रतिशत पर नजर डाले तो 2002 में 54.76, 2012 में 76.17, 2017 में 66.43 फीसदी और 2022 आम चुनाव में 65.99 मतदाताओं ने मताधिकार किया था।