प्रभारी स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा ने सभी जिलों के डीएम व सीएमओ को सभी अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा व निमोनिया रोगियों के उपचार के लिए आइसोलेशन बेड, वार्ड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के साथ ही सभी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय, संयुक्त चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाइयों के साथ चिकित्सा उपकरण, डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। चिकित्सालय और समुदाय स्तर पर इन्फ्लूएंजा व सर्दी खांसी, बुखार, निमोनिया से पीड़ित मरीजों को सघन निगरानी की जाएगी। बच्चों व बुजुर्गों के साथ अन्य किसी अन्य गंभीर रोग से ग्रसित मरीज विशेष सावधानी बरतें, छींकते व खांसते समय नाक व मुंह को ढकने के लिए रुमाल और टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें,भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें, साबुन से हाथों को धोएं, सर्दी, जुकाम, बुखार के लक्षण होने पर डॉक्टरों से परामर्श लें, वायरस के लक्षण पाए जाने पर दूसरे लोगों से दूरी बनाएं। इस्तेमाल किए गए टिश्यू पेपर व रुमाल का दोबारा उपयोग न करें, हाथ मिलाने से परहेज करें, संक्रमित लोगों से नजदीकी संपर्क से बचें, बिना डॉक्टरों के परामर्श से कोई दवा का इस्तेमाल न करें, बार-बार आंख, नाक, व मुंह को छूने से बचें।