खबर सच है संवाददाता
देहरादून। उत्तराखंड में धामी सरकार ने महिलाओं को बड़ी सौगात दी है। बताया जा रहा है कि शासन ने कैबिनेट के फैसले पर एक्शन लेते हुए शासनादेश जारी कर दिया है। महिलाओं को अब बालक के जन्म पर भी (प्रथम दो प्रसव पर) मिलने वाली महालक्ष्मी किट दी जाएगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गर्भवती महिलाओं को सहयोग देने और बेटी के जन्म को सकारात्मक बनाने के लिए सरकार ने महालक्ष्मी किट योजना शुरू की थी। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के जैसे ही महालक्ष्मी किट और नंदा गौरा योजना लिंग अनुपात को बेटियों और महिलाओं के हित में करने की कोशिश है। सिर्फ बेटी होने पर दी जाने वाली महालक्ष्मी किट, अब बेटा होने पर भी दी जाएगी, जिसके आदेश जारी कर दिए गए है। महालक्ष्मी किट में माताओं के लिए 250 ग्राम बादाम गिरी, अखरोट, सूखे खुमानी, 500 ग्राम छुआरा, दो जोड़ी जुराब, स्कार्फ, दो तौलिये, शाल, कंबल, बेडशीट, दो पैकेट सैनेटरी नेपकिन, 500 ग्राम सरसों तेल, साबुन, नेलकटर आदि सामग्री शामिल है। बालिकाओं की किट में दो जोड़ी सूती व गर्म कपड़े, टोपी, मौजे, 12 लंगोट, तौलिया, बेबी सोप, रबर शीट, गर्म कंबल, टीकाकरण कार्ड, पोषाहार कार्ड आदि होता हैं। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि महालक्ष्मी किट हम बालिकाओ के जन्म पर देते हुए आ रहे थे ऐसे में जनभावनाओं के अनुरूप यह मांग लगातार की जा रही थी कि इसे बेटो के जन्म पर भी दिया जाए। अब इसे जेंडर आधारित ना करते हुए महिला के प्रथम दो प्रसव तक महालक्ष्मी किट दिये जाने का शासनादेश भी हो गया है! ऐसे में जो लैंगिक समानता है वह यहां पर दिखती है। अब महालक्ष्मी किट को बेटों के जन्म पर भी अधिक से अधिक महालक्ष्मीयां प्राप्त कर पाएंगी।
गौरतलब है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में महालक्ष्मी किट को लेकर एक अहम निर्णय लिया गया था। जो महालक्ष्मी किट सिर्फ बेटियों के जन्म पर दी जाती थी उसे अब बेटों के जन्म (प्रथम दो प्रसव ) पर भी दिया जाएगा। ऐसे में अब महालक्ष्मी किट बेटी और बेटे दोनों के जन्म पर प्राप्त होगी।