खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। परिवर्तनकामी छात्र संगठन (पछास) की हल्द्वानी इकाई ने 2018 से बन्द सेना में भर्ती प्रक्रिया को पुनः चालू करने के लिए सभा करने के पश्चात उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रेषित किया।
सभा में पछास के महासचिव महेश ने कहा कि विगत 2018 से सेना के विभिन्न पदों में भर्ती नहीं की गई है। 2018 में अंतिम बार हुई खुली भर्ती भी लिखित परीक्षा नहीं होने के कारण लंबित पड़ी हुई है। जिसके चलते लम्बे समय से सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहे छात्रों में आक्रोश पनप रहा है। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने सेना में ‘अग्नि योद्धा’ और ‘अग्निवीर’ जैसे नामों से संविदा (अस्थाई) रूप में भर्ती की बात की है। यह भी नौजवानों के बीच चिंता का सबक है। बाधित भर्ती प्रक्रिया, सेना में संविदा करण के कारण 8 मई को देश भर में युवाओं ने अपना विरोध प्रकट किया, क्योकि बेरोजगारी और भर्ती की उम्र निकलने के चलते युवाओं में आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम उठाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। लिहाजा परिवर्तनकामी छात्र संगठन की मांग है कि इस मामले में हस्तक्षेप कर सेना में भर्ती को शीघ्र शुरू करने को आदेशित करें।राष्ट्रपति के नाम प्रेषित ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि सभी को योग्यता अनुसार काम और काम के अनुसार वेतन दिया जाए। सेना सहित विभिन्न केंद्र और राज्य सरकार के विभागों में रिक्त पदों को भरा जाए। सेना में ‘अग्नि योद्धा’ ‘अग्निवीर’ वाली अस्थाई संविदा योजना रद्द की जाए। साथ ही जब तक रोजगार नहीं तब तक बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।
इस दौरान महेश, चंदन, बिपिन चंद्र, उमेश पांडे, उमेश चंद्र सहित परिवर्तनकामी संघठन से जुड़े युवा मौजूद रहे।