खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। नैनीताल रोड में मोबाइल शोरूम में हुई लाखों रुपए की चोरी के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस को चोरी के मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। मामले का खुलासा करते हुए डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने कहा की मोबाइल चोरी करने वाला गिरोह बिहार के बेतिया जिले का है, जिसे घोड़ासहन के नाम से जाना जाता हैं। उनके द्वारा एक सितंबर को इंदौर में भी घड़ी के शोरूम में 500 टाइटन की घड़ियों को चोरी की गई थी। इंदौर पुलिस भी गिरोह की सदस्य को तलाश कर रही थी।
बताते चलें कि 9 सितंबर को नैनीताल रोड चर्च कम्पाउण्ड के पास स्थित वन प्लस मोबाईल शोरूम में अज्ञात चोरों द्वारा नकबजनी किये जाने की सूचना प्राप्त हुई सूचना प्राप्त होते ही पुलिस द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया एवं इस संबंध में दुकान मालिक विष्णु खण्डेलवाल पुत्र आनन्द प्रकाश खण्डेलवाल हाल निवासी चर्च कम्पाऊण्ड नैनीताल रोड की लिखित तहरीर पर अज्ञात चोरों द्वारा वादी के शोरूम का शटर ऊपर उठाकर और दुकान के अन्दर रखी अलमारी तोड़कर अल्मारी में रखे लगभग 163 मोबाईल ONE PULS एवं गल्ले में रखे लगभग डेढ लाख रूपये नकदी चोरी करने के संबंध में कोतवाली हल्द्वानी में एफआईआर न0 484/2022 धारा 380/457 भदावि बनाम अज्ञात पंजीकृत की गई थी। जिसके बाद एसएसपी नैनीताल के निर्देश पर पुलिस की तीन टीमें गठित की गई, जिसमें 28 सदस्य शामिल थे। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए आज गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने रामनगर से गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से पुलिस को वनप्लस मोबाइल मिले हैं, गिरोह के अन्य सदस्य की धरपकड़ के लिए पुलिस की टीम लगातार दबिश दे रही है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पूरे मामले में 10 अभियुक्त शामिल थे। गैंग ने हल्द्वानी में चोरी करने से पहले रेकी भी की थी, उसके बाद इनके द्वारा 9 सितंबर को दुकान में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। घोड़ासहन गैंग उत्तराखण्ड क्षेत्र में फिर से घटना करने की फिराक में थे, तथा इनके कुछ सदस्य काशीपुर रामनगर क्षेत्र के बड़े मोबाईल शोरूम की रैकी करने के लिए आने वाले हैं। पुलिस टीम को तत्काल सतर्क कर सुरागरसी हेतु क्षेत्र में भेजा गया जिनके द्वारा रविवार (आज) हल्दूवा बैरियर रामनगर से घोड़ासहन गैंग के दो सदस्यों नईम देवान व विक्रम कुमार को हल्द्वानी शोरूम से चोरी किए गए 06 मोबाइल फोन कीमत लगभग (2 लाख 64,000 हजार) सहित गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह दोनों घोड़ासहन के जीतू गैंग के सदस्य हैं। गैंग में 8 से 10 आदमी हैं। हमारे गैंग में से मोबिन, राजन व नईमुद्दीन जहाँ घटना करनी होती हैं वहाँ 2-3 दिन पहले रैकी कर लेते हैं। हम लोगों ने 1 सितंबर को इन्दौर के घड़ी के शोरूम में चोरी की घटना को अन्जाम दिया गया था। जहाँ से मिले माल को जीतू ने अपने आदमियों की सहायता से नेपाल भेज दिया गया। इसके बाद मोबिन, राजन व नईमुद्दीन ने हल्द्वानी में घटित घटना से करीब 2-3 दिन पूर्व हल्द्वानी आकर मोबाईल की दुकानों की रैकी की थी और 8 सितंबर को गैंग के 08 लोग क्रमशः नईम देवान, जीतू उर्फ चूना, मोबीन, नईमुद्दीन , राजन , अर्जुन , रोशन व विक्रम दिल्ली आनन्द विहार से वाल्वो बस से हल्द्वानी आये और रात में हल्द्वानी पहुँचे। इसके तुरन्त बाद नैनीताल रोड स्थित ONE PULS शोरूम की दुकान के पास पहुंचे जहाँ पर हमने चादर की आड़ में दुकान का शटर उठाया और राजन व अर्जुन दुकान के अन्दर गये तथा हम लोग दुकान से दूर हटकर पुलिस की निगरानी करने लगे। कुछ देर बाद दुकान के अन्दर गये हमारे साथियों ने ईशारा किया तो हम लोग दुकान के पास गये अपने साथियों को मोबाईल से भरे हुए बैग सहित बाहर निकाला और तुरन्त बस अडडे पहुँच कर मैं और अर्जुन मुरादाबाद वाली बस में बैठ गये और हमारे बाकी 06 साथी दिल्ली वाली बस में बैठ गये। हम लोग इसके बाद दिल्ली गैंग लीडर जीतू के कमरे में पहुँचे। जहाँ से अगले दिन जीतू ने फोन लेकर मुझे और विक्रम को बिहार भेज दिया रास्ते में से विक्रम और मैंने 06 फोन लालच में आकर बाद में अलग से बेचने के लिए निकालकर अपने पास रख लिए बाकी फोन से भरा बैग जीतू के बताये अनुसार डॉ निजामुद्दीन देवान को मोतीहारी बिहार में दे दिया। उसके बाद हम लोग अलग-अलग जगह घूम रहे थे। मैं और विक्रम जीतू के बताये अनुसार फिर से काशीपुर व रामनगर में बड़े मोबाईल शोरूम की रैकी करने के लिए आये थे और रैकी करने के बाद दिल्ली जीतू के कमरें में जाने वाले थे परन्तु पुलिस ने पकड़ लिया।