

खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस घोषित किये जाने के संदर्भ में 14 अगस्त 2022 को उत्तराखंड सरकार व उत्तरांचल पंजाबी महासभा द्वारा पाकिस्तान में जन्मे बुजुर्गों का रुद्रपुर में सम्मान समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें हल्द्वानी शहर के कुछ बुजुर्ग प्रतिभाग करने से वंचित रह गए थे, जिनका सम्मान शनिवार (आज) हल्द्वानी पंजाबी जनकल्याण समिति द्वारा नैनीताल रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में किया गया। कार्यक्रम में लगभग 96 बुजुर्गों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम संयोजक ने बताया कि हिन्दू पंजाबी, सिख एवं सिंधी समाज के बुजुर्ग जिन्होंने 1947 के भारत पाकिस्तान विभाजन का दर्द झेला है, वह विभाजन के समय भारत आ गए थे। यहां आकर संघर्षशील जीवन व्यतीत किया और आज समाज में एक स्तंभ बनकर खड़े हैं। कार्यक्रम में मेयर नगर निगम डॉ. जोगेंद्र रौतेला, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, रंजन बरगली, गुरुद्वारा कमेटी से प्रधान रंजीत सिंह व अमरजीत सिंह बिंद्रा अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस दौरान नटराज डांस एकेडमी की निदेशक वंदना शर्मा के निर्देशन में छोटे छोटे बच्चों द्वारा पंजाबी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में प्रदीप कक्कड़, हरिमोहन अरोड़ा मोना, नरेंद्र साहनी, चंद्रशेखर वर्मा, कश्मीरी लाल साहनी, सुभाष मोंगा, रमेश सडाना, प्रेम मदान, पंकज कपूर, उमंग वासुदेवा, अवनीश राजपाल, राजीव बग्गा, गौतम साहनी, संजीव आनंद, दिनेश मानसेरा, किशनलाल राजपाल, रमेश कालरा, अशोक राजपाल, पंकज गुम्बर, सन्नी आनंद, प्रदीप सब्ब्रवाल, राजू आनंद, महेश आहूजा, नरेंद्र खनेजा, नीलिमा सडाना, चेष्ठा सडाना, सीमा साहनी, गुंजन सडाना, पूजा बग्गा, किरण कक्कड़, डॉली खनेजा सहित अनेकों लोग मौजूद रहे।

