खबर सच है संवाददाता
इंफाल। मणिपुर में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन में टेरिटोरियल आर्मी के सात जवानों के मारे जाने की खबर है। 19 लोगों को सुरक्षित बचाने के साथ ही 55 लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। नार्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक लगातार बारिश के कारण बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन से जिरीबाम-इंफाल नई लाइन परियोजना के तुपुल स्टेशन की इमारत को नुकसान पहुंचा है। साथ ही भूस्खलन के कारण ट्रैक निर्माण कार्य को बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक हादसे में घायल लोगों का इलाज नोनी आर्मी मेडिकल यूनिट में किया जा रहा है। खराब मौसम और हाल ही में हुए भूस्खलन के कारण बचाव कार्य में कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों में लगातार बारिश के कारण कई लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग -37 पर यात्रा न करने की भी सलाह दी गई थी। मणिपुर के नोनी जिले में हुए भीषण लैंडस्लाइड के बाद राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने एक आपात बैठक बुलाई। जिसमें उन्होंने स्थिति का आंकलन करने के साथ बताया की मौके पर बचाव कार्य जारी है। उन्होंने सभी से पीड़ितों के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया है। साथ ही बीरेन सिंह ने मौके पर पहुंच कर भी स्थिति का जायजा लिया है। लैंडस्लाइड हादसे के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, राज्य सरकार और रेलवे की बचाव टीमें मौके पर पहुंची है। यह हादसा मणिपुर के नोनी में इलाके में हुआ है। यहां तुपुल स्टेशन पर जिरीबाम-इंफाल नई लाइन परियोजना परियोजना का काम चल रहा था। राज्य के डीजीपी पी डौंगेल ने हादसे के बाद ताजा स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि बचाव कार्य को लेकर हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं। लेकिन बारिश और अन्य कारणों के चलते कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि यह मुख्य टुलम स्टेशन है जहां ट्रेन को रुकना था। हादसे के बाद से अब तक 13 शव निकाल लिए गए हैं।