जसपाल सिंह, खबर सच है संवाददाता उधमसिंह नगर
रुद्रपुर। उधम सिंह नगर पुलिस ने हाल में सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। केलाखेड़ा के पास नदी में मानव अंग मिलने के बाद पुलिस के सामने यह मामला खोलना मुश्किल हो गया था। पुलिस ने बताया कि पारिवारिक रंजिश व जमीन जायदाद को लेकर मृतका की हत्या की गई थी। योजना में शामिल न होने पर व्यक्ति को भी मौत के घाट उतार दिया था।पहचान छुपाने के लिए शवों के टुकड़े-टुकड़े कर नदी में बहा दिए थे। अभियुक्तों द्वारा सबूत मिटाने की हर संभव कोशिश की गई थी। केलाखेड़ा पुलिस द्वारा अथक प्रयास के बाद सनसनीखेज हत्या का खुलासा किया गया है। इसमें शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक छह जून को थाना केलाखेड़ा पर परमजीत कौर पुत्री सतनाम सिंह निवासी ग्राम रम्पुराकाजी के द्वारा एक तहरीरी सूचना दी गई कि उनकी बुआ जोगेन्द्रो बाई उम्र 45 पुत्री स्व० नारायण सिंह निवासी ग्राम रम्पुराकाजी थाना केलाखेड़ा जिला उधम सिंह नगर जो खेतों के बीच एकांत में बने अपने घर पर अकेली रहती थी, पांच जून की रात्रि में उनकी दादी बुआ जोगेंद्रो बाई जो अपने घर के आँगन में चारपाई पर सोई हुई थी अगले दिन घर में नहीं मिली।
प्राप्त सूचना के आधार पर थाना पुलिस ने जोगेन्द्रो बाई की गुमशुदगी दर्ज की गई व ग्राम रम्पुराकाजी एवं आसपास के क्षेत्रों में गुमशुदा की काफी तलाश की गई। सात जून को ग्राम रम्पुराकाजी के निकट बोर नदी में पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से सर्च अभियान चलाया गया तो नदी के अंदर से कुछ कपड़े व तीन मानव अंग एक दाहिने पैर की जाँघ से नीचे की टांग व एक बाएं पैर की जाँघ के नीचे की की कटी टाँग व एक दाहिने पैर का ऐड़ी से नीचे कटा हुआ पंजा बरामद हुआ। बरामदा मानव अंगों में से दो कटी हुई टांगों व कपड़ों के आधार पर शव की शिनाख्त जोगेन्द्रो बाई के रूप में हुई। मृतिका की पुत्री सोनम कौर द्वारा अपनी माँ जोगेन्द्रो की हत्या करने एवं साक्ष्य छिपाने के सम्बन्ध में थाना केलाखेड़ा में मुकदमा धारा- 302/201 भा.द.वि. पंजीकृत कराया गया। अभियोग की विवेचना थानाध्यक्ष केलाखेड़ा के द्वारा की गई। इसी बीच जानकारी प्राप्त हुई की एक व्यक्ति गुरमीत सिंह पुत्र दलीप सिंह निवासी ग्राम टुकड़ी बिचवा थाना नानकमत्ता जिला उधमसिंह नगर जोपिछले काफी समय से ही ग्राम रमंपुराकाजी में अपनी बेटी के ससुराल में पिछले छः महिनों से रह रहा था वह भी पांच जून की रात्रि से गुमशुदा है, जिसके पुत्र सोनू सिंह के द्वारा बौर नदी बरामद मानव अंगों में से कटे हुए पैर के पंजे को देखकर उसे अपने पिता गुरमीत सिंह के होने का शक जाहिर किया। इस प्रकार दुसरे मानव अंग की शिनाख्त गुरमीत सिंह पुत्र दलीप सिंह निवासी नानकमत्ता हाल निवासी ग्राम रमपुरा काजी के रूप में हुई। बरामद तीनों मानव अंगों का पंचायतनामा व पोस्टमार्टम करवाया गया एवं स्टेण्डर्ड डीएनए सैंपल लिए गए। जनपद में घटित उक्त जघन्य हत्याकांड कीगम्भीरता को देखते हुए घटना के अनावरण हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस अधीक्षक अपराध एवं पुलिस अधीक्षक काशीपुर के पर्यवेक्षण एवं क्षेत्राधिकारी बाजपुर के मार्गदर्शन में अलग- अलग कार्यों हेतु पुलिस टीमों का गठन किया गया। शेष मानव अंगों की बरामदगी हेतु जल पुलिस, एसडीआरएफ, फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वाड व आस पास एसओजी के साथ मिलकर संयुक्त रूप से बोर नदी के सरहदी थाना क्षेत्रों में भी सर्च अभियान चलाया गया। सीसीटीवी कैमरे चैक किये गये एवं गाँव व आस-पास के लगभग 100-150 व्यक्तियों से पूछताछ की गई। विवेचना के दौरान जानकारी मिली कि गुमशुदा गुरमीत सिंह को पांच जून को धर्मेंद्र सिंह पुत्र भगवान सिंह निवासी ग्राम रम्पुराकाजी थाना केलाखेड़ा के साथ अंतिम बार देखा गया था। यह भी जानकारी मिली थी कि पांच जून की शाम को गुरदेव सिंह पुत्र जोगेन्द्र सिंह व धर्मेन्द्र सिंह पुत्र भगवान सिंह निवासीगण ग्राम रम्पुरा काजी को रात्रि में साथ में देखा गया था। गुमशुदा गुरमीत सिंह गुरदेव सिंह का ससुर था। गुरदेव सिंह व धर्मेन्द्र सिंह घटना के बाद से ही गांव में दिखाई नहीं दिए तो उनकी संदिग्धता और अधिक प्रतीत हुई। इन संदिग्धों गुरदेव एवं धर्मेन्द्र के मोबाइल नंबरों की सीडीआर प्राप्त कर विशलेषण किया गया एवं बोर नदी के आस-पास काडम्प डाटा लिया गया। सीडीआर के विश्लेषण एंव पूछताछ के आधार पर गुरदेव सिंह एवं धर्मेन्द्र सिंह के द्वारा अपने जुर्म का इकबाल किया गया जिन्होंने बताया की जोगेंद्रो कौर अपने लालच के चलते अपनी ही बिरादरी के लोगों की जमीन गिरवी रख कर उस जमीन को गैर धर्म के व्यक्ति को दे देती थी और उस गैर धर्म के व्यक्ति के उसके साथ गलत सम्बन्ध थे जिससे की हमारी बिरादरी की बदनामी हो रही थी इसी बात से क्रोधित हो कर हम दोनों ने योजना बना ली की पांच जून की रात जोगेंद्रो की हत्या करेंगे। इसी बीच दूसरा मृतक गुरमीत सिंह जो की हमारी योजना की जानकरी रखता था ने हमको जोगेंद्रो कौर की हत्या करने पर पुलिस को सुचना देने की धमकी दी और उस योजना में ब्यवधान डालने की कोशिश की फिर हम दोनों ने उसी रात को समय करीब 9 बजे सबसे पहले गुरमीत का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी औरउसकी लाश को उठाकर नदी के किनारे झाड़ियों में रख दिया फिर हम दोनों ने जोगेंद्रो कौर को विश्वाश में ले कर घर के पीछे बुला लिया जिस पर वह चुपचाप हमारे साथ चल दी और हम दोनों ने जोगेंद्रो कौर का भी गला घोंट कर उसको वहीं पर मार दिया। फिर हम उसकी लाश को उठाकर नदी में उसी स्थान पर ले गये जहाँ पर गुरमीत की लाश पड़ी थी फिर हमने दोनों लाशों को पानी में डाला फिर हम दोनों लाशों को खींचकर हरवंश के खेतों के पास नदी किनारे एक स्थान पर ले गये जहां उन दोनों की लाशों के हाथ पैर सिर धड़ काट-काट कर अलग किया और उन टुकड़ों को नदी की बीच धारा में बहा दिया और उस कुल्हाड़ी एवं पाठल को थोड़ा सा अलग जगह पर पानी के अंदर झाड़ियों के नीचे छुपा दिया। फिर रात करीब 02.00 बजे हम लोग वापस अपने-अपने घर आये। अगले दिन सुबह करीब दस बजे हम दोनों ने उसी स्थान पर जा कर बचे हुए खून को अच्छे से धो कर साफ कर दिया ताकि वहाँ कुछ दिखाई न दे।
पुलिस ने इस मामले में धर्मेन्द्र पुत्र भगवान सिंह निवासी ग्राम रम्पुराकाजी थाना केलाखेड़ा, ऊधम सिंह नगर उम्र 25 वर्ष व गुरदेव सिंह पुत्र जोगेन्द्र सिंह निवासी ग्राम रम्पुराकाजी, थाना केलाखेड़ा, ऊधम सिंह नगर उम्र 30 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से घटना में प्रयुक्त आला कत्ल एक कुल्हाड़ी, हड्डी के दो टुकड़े, घटना में प्रयुक्त आला कत्ल एक चापड़, सड़े गले दो मानव अंग बरामद किए है।