खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। कोरोना के कारण लंबे समय से बंद कक्षा एक से पांचवीं तक के लगभग 14 हजार से अधिक सरकारी और निजी स्कूलों में आज (मंगलवार) को ऑफलाइन पढ़ाई शुरू होते ही बच्चों का एक-दूसरे को देख पाना पढ़ाई से ज्यादा कौतूहल का विषय बना रहा। हालांकि ज्यादातर अभिवावकों द्वारा बच्चों को स्कूल नहीं भेजने के कारण बच्चों की संख्या सीमित ही रही।
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शासन के आदेश के बाद विभाग की ओर से स्कूलों को खोले जाने को लेकर सभी तैयारियां पूरी करने के साथ ही स्कूलों में बच्चों को थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के बाद ही एंट्री मिली। वहीं कुछ स्कूलों में बैठने की कम जगह होने के कारण बच्चों को एक-दूसरे के करीब ही बैठना पड़ा। लेकिन स्कूल प्रबंधन की ओर से अभिभावकों को पूर्व में ही सूचित किये जाने के चलते छात्र-छात्राएं स्कूल आने से पहले अपनी पानी की बोलत के साथ मास्क और सैनिटाइजर भी साथ लेकर आएं।
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बताते चलें कि उत्तराखण्ड सरकार के आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने अधिक संख्या वाले स्कूलों को दो पालियों में खोलने के आदेश के साथ ही 21 सितम्बर (आज) से कक्षा 1 से 5 तक के स्कूलों को भी खोलने के साथ ही अभिभावकों की सहमति पर ही बच्चों की ऑफलाइन क्लासेस शुरू करने के आदेश दिए है। इसके साथ ही शिक्षकों, कर्मचारियों और भोजन माताओं का पूर्ण रूप से वैक्सीनेशन भी अनिवार्य किया है।
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शिक्षा सचिव राधिका झा ने कहा है कि किसी भी छात्र को अभी जबरदस्ती स्कूल नहीं बुलाया जा रहा है। साथ ही उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारियों, डीओ और बीओ को साफ तौर से निर्देश दिए हैं कि वह स्कूलों में जाकर कोविड- 19 के गाइडलाइन का भी निरीक्षण करें और देखें कि कोविड नियमों का कोई उल्लंघन तो स्कूलों में नहीं हो रहा है।
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