खबर सच है संवाददाता
लालकुआं। गुरुवार (आज) दीपक बोस भवन, कार रोड,बिन्दुखत्ता कार्यालय में अखिल भारतीय किसान महासभा बिन्दुखत्ता कमेटी की बैठक हुई। बैठक में बागजाला को मालिकाना हक दिलाने निर्माण कार्यों में लगी रोक हटाने के लिए पिछले 73 दिनों से चल रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के प्रति भाजपा सरकार के उपेक्षित रवैये की निंदा करते हुए आन्दोलन को पुरजोर तरीके से सहयोग करने का निर्णय लिया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी ने कहा कि, बिन्दुखत्तावासियों से लेकर बागजाला वासियों को राजस्वगांव बनाते हुए मालिकाना हक दिलाने के मामले में राज्य की भाजपा सरकार की भूमिका पूरी तरह नकारात्मक है। यह सरकार भूमि का मालिकाना अधिकार देने के स्थान पर लोगों को विभाजित करने की राजनीति कर रही है।
बैठक में बिन्दुखत्तावासियों को मालिकाना अधिकार देकर राजस्व गाँव बनाये जाने, साफ पानी के नाले को बचाने के लिए सेंचुरी पेपर मिल से निकलने वाले कैमिकल युक्त प्रदूषित पानी को भूमिगत कर आबादी क्षेत्र से बाहर किये जाने, नाले के नजदीकी क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों और पशुओं को नाले में पल रहे मगरमच्छों से हो रहे जानलेवा हमलों से बचाने के लिए हेतु वन विभाग मगरमच्छों को पकड़ कर अन्यत्र स्थानांतरित करने, गोवंश संरक्षण अधिनियम 2007 के चलते पशुपालकों के आर्थिक नुकसान, राहगीरों व सड़क दुर्घटनाओं से हो रहे जान माल के नुकसान से निजात दिलाने हेतु विषयो पर चर्चा हुई।
साथ ही कहा गया कि 2022 में सरकार गठित होने के बाद पहले, दूसरे और तीसरे विधानसभा सत्रों में आमजन विरोधी, किसान – पशुपालक विरोधी गोवंश संरक्षण अधिनियम पर पुनर्विचार कर इसे रद्द करने या गोवंश की स्थितिनुसार (लैंडी, बाखड़ी, बैली गाय, बैल, सांड, बछिया, बछड़ा का) मूल्य निर्धारण कर सरकारी खरीद की गारंटी का प्रावधान किये जाने के लिए सीधे मुख्यमंत्री को और विधानसभा में प्रस्ताव लाये जाने के लिए विधायकों को भी ज्ञापन दिए गए। परन्तु अभी तक विधानसभा में कोई चर्चा नहीं की गई। इसलिए गोवंश संरक्षण अधिनियम में आमजन, पशुपालकों, किसानों के जान – माल के मध्यनजर संसोधन के लिए जनता की अदालत में जाकर जल्दी ही बड़े जनान्दोलन करने का निर्णय लिया गया।
इस दौरान बैठक में प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी, वरिष्ठ किसान नेता आनन्द सिंह सिजवाली, किसान महासभा के जिला सचिव चन्दन राम, किशन बघरी, भाकपा माले के एरिया सचिव कामरेड पुष्कर दुबड़िया, गोविन्द जीना, नैन सिंह कोरंगा, निर्मला शाही, कमल जोशी, हरिश्चन्द्र सिंह भण्डारी, त्रिलोक सिंह दानू, अम्बा दत्त बसखेती, किशन सिंह जग्गी, आनन्द सिंह दानू आदि सम्मिलित रहे ।