खबर सच है संवाददाता
देहरादून। भाजपा के दृष्टि पत्र से प्रदेश के कर्मचारी वर्ग को मायूसी ही हाथ लगी है क्योंकि पुरानी पेंशन से लेकर किसी भी मुद्दे पर भाजपा ने अगले पांच साल का कोई खाका कर्मचारियों के सामने नहीं रखा है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत ने कहा कि एनपीएस कार्मिकों को उम्मीद थी कि भाजपा अपने घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन की बात प्रमुखता से रखेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भाजपा ने लाखों एनपीएस कार्मिकों की पीढ़ा को नजरंदाज किया। जिससे सभी एनपीएस कार्मिकों में मायूसी छा गई। कहा कि विधायक एवं सांसदो द्वारा राजकोष का पैसा अपने ऊपर खर्च करने के साथ ही विधायक व सांसद को जीवन भर पुरानी पेंशन दिए जाने का प्रावधान है, वहीं एनपीएस कार्मिक को पेंशन नहीं देकर टेंशन देने का काम भाजपा ने किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत ने कहा है कि भाजपा पार्टी कार्मिकों का हित नहीं चाहती।
जबकि देश हित में एनपीएस कार्मिक सदैव अग्रणी भूमिका में रहे हैं। कोरोना संकट में सबसे आगे एनपीएस कार्मिक रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों मे एनपीएस कार्मिकों की भूमिका निर्णायक होगी। कहा कि अपनी मांग के लिए एनपीएस कार्मिक अब समझ चुका है कि पुरानी पेंशन बहाली मुद्दे पर कौन गंभीर है।