खबर सच है संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर से उतराखंड के मशहूर पयर्टक स्थलों पर जाने वाले टूरिस्ट्स को कुछ महीनों बाद अपनी पसंदीदा जगह पर ज्यादा समय बिताने का ज्यादा मौका मिलेगा। क्योंकि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के बन जाने पर देहरादून, मंसूरी, ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे शहरों को जाने में लगने वाले वक्त को लगभग आधा कर देगा। दिल्ली देहरादून हाइवे का पहला सेक्शन अक्षरधाम और कुंडली पलवल एक्सप्रेस-वे को जोड़ेगा। दूसरे सेक्शन में EPE जंक्शन को सहारनपुर से कनेक्ट किया जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे पर अधिकतम रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इसकी कुल लंबाई 210 किलोमीटर है। जबकि पुराने रूट से दिल्ली से देहरादून की दूरी 250 किलोमीटर है।
दिल्ली को देहरादून से जोड़ने वाले इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण साल 2024 की शुरूआत में पूरा होने की संभावना है। ये एक्सप्रेस-वे दिल्ली को यूपी के बरेली, रुड़की, बागपत, शामली और सहारनपुर से भी जोड़ेगा। अक्षरधाम मंदिर से लेकर गीता कॉलोनी श्मशान घाट तक छह लेन वाला हाइवे पूरी तरह से सतह पर होगा। जिन लोगों को दिल्ली से यूपी या देहरादून जाना है वो लोग शुरुआत से ही हाइवे पर चढ़ जाएंगे। ये रास्ता खुलने के बाद दिल्ली से देहरादून की दूरी 6 घंटे से घटकर करीब 2.5 घंटे तक आ जाएगी। इस रूट से दिल्ली-हरिद्वार के सफर में 2 घंटे कम लगेंगे। वहीं दिल्ली से ऋषिकेश 3 घंटे में पहुंचना संभव हो सकेगा। इसी तरह अब जहां दिल्ली से मंसूरी जाने में 6 घंटे से ज्यादा वक्त लगता है, वहीं दिल्ली देहरादून-एक्सप्रेस-वे बनने के बाद दिल्ली के अक्षरधाम या गीता कालोनी से केवल 4 घंटे में यह दूरी तय की जा सकेगी। ऐसी भी उम्मीद है कि इस एक्सप्रेसवे से अन्य एक्सप्रेसवेज के लिए कनेक्टिंग प्वाइंट्स भी बनाए जाएंगे।इस एक्सप्रेसवे पर कम से कम चार अंडरपास बनाए जा रहे हैं। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का दिल्ली-गाजियाबाद सेक्शन 12 लेन वाला रहेगा। इसके अलावा एक्सप्रेसवे में 6 लेन होंगी। इस एक्सप्रेसवे पर चार अंडरपास बनने से यहां से गुजरने वाले ट्रैफिक को रफ्तार मिलेगी, वहीं लोगों को एक्सप्रेसवे पार करने में भी सुविधा होगी।