खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। जहां एक तरफ शिक्षा धनोपार्जन का स्रोत बन चुकी है वहीं कुछ ऐसे भी समाजसेवी है जो शिक्षा को गुरु ऋण व अपना सामाजिक दायित्व समझते हुए कार्य कर रहे है। ऐसा ही कुछ कर रही है शहर की वीरांगना संस्था। जहां विद्यार्ज़न कर रहे बच्चें समाज के उस क्षेत्र से है, जिन्हें सिर्फ समाज का त्रिस्कार ही नसीब हो पाया है। लेकिन कहावत है जिसका कोई नहीं उसका खुदा है रखवाला। ऐसे ही कहावत को चरितार्थ किया आज डीआईजी कुमांऊ भरणे ने। डीआईजी कुमाँयू परिक्षेत्र डॉ. नीलेश आनन्द भरणें ने अनुकरणीय पहल करते हुए ‘चिल्ड्रन इन स्ट्रीट’ के अन्तर्गत सडकों पर भीख मागने, गुब्बारे बेचने, कूडा बीनने आदि बच्चों को “भिक्षा नहीं शिक्षा” की ओर प्रत्सोत्साहित करने हेतु आज सिन्धी चौक हल्द्वानी स्थित भिक्षा व नशा रोकने हेतु प्रसासरत “वीरांगना संस्था” पहुंचे और संस्था में विद्यार्जन कर रहे बच्चों की कुशल क्षेम ली।
इस दौरान डीआईजी भरणे द्वारा इन बच्चों को “भिक्षा नहीं शिक्षा” की ओर प्रोत्साहित करते हुए पढाई पर ध्यान रखना, सदैव साफ सुथरा रहना, अच्छी आदतों को अपने जीवन मे लाने के मार्गदर्शन के साथ ही बच्चों को खिलौने, कपडे, फल व बैग वितरण किया।
बताते चलें कि उपरोक्त संस्था “वीरांगना” का संचालन गुंजन अरोडा द्वारा किया जा रहा है। संस्था में वर्तमान में 55-60 गरीब बच्चे (कूडा बीनने,भीख मांगने आदि) शिक्षा ग्रहण कर रहे है।