बिना विचारे कोई भी कर्म ना करें – श्री हरि चैतन्य महाप्रभु

ख़बर शेयर करें -

  

खबर सच है संवाददाता

महाराज श्री के दर्शनार्थ व दिव्य प्रवचन सुनने के लिए उमड़ा अपार जनसमुदाय 

गढीनेगी। प्रेमावतार, युगदृष्टा, श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर एवं विश्व विख्यात संत स्वामी श्री हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने आज यहाँ श्री हरि कृपा धाम आश्रम में उपस्थित विशाल भक़्त समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि बिना विचारे कोई क़र्म न करें, न ही कुछ बोलें, ना किसी से संबंध बनाए और न ही किसी से कोई व्यवहार करें। विचारशील प्राणी कुछ भी बोलने से, व्यवहार करने, संबंध बनाने या कर्म करने से पहले विचार करता है, जिससे उसे गिलानी पश्चाताप व उपहास का सामना नहीं करना पड़ता। हमें परमात्मा के प्रति विश्वास ही नहीं बल्कि दृढ़ विश्वास होना चाहिए। ईश्वर के प्रति मन में यदि संशय आ जाता है, तो उसके प्रति होने वाली भक्ति स्वतः ही नष्ट हो जाती है। तथा ईश्वर के प्रति प्रेम भी नष्ट हो जाता है ऐसा तब होता है जब निज हित में चिंतन किया जाता है। प्यार की ना तो कोई परिभाषा होती है और न ही प्यार को किसी बंधन में बाधा जा सकता है। स्वार्थ के रहते आसक्ति को प्यार नहीं कहा जा सकता है ।

अपने दिव्य व ओजस्वी प्रवचनों में उन्होंने कहा कि हम स्वंय इतनी चिंता नहीं कर सकते जितना की प्रभु का चिंतन दृढ़ विश्वास पूर्वक करने पर स्वयं परमात्मा हमारी चिंता करेंगे व ध्यान रखेंगे। संसार में सभी लोग अधिकांशत: किसी न किसी स्वार्थवश ही संबंध रखते हैं यदि उनके हित में बाधा पहुँचेगी व हमारे अंदर उन्हें देने के लिए कुछ भी शेष ना रहेगा (रूप, बल, वाणी, प्रतिष्ठा, धन इत्यादि के माध्यम से) तो प्यार समाप्त हो जाएगा। बिना किसी स्वार्थ के संबंध बनाए रखने वाले अपवाद स्वरूप कुछ ही लोग मिलेंगे। जीव मात्र से बिना किसी स्वार्थ के हित चाहने व प्रेम करने वाले तो एकमात्र संत, गुरु व परमात्मा ही हैं। संत, गुरू व परमात्मा का दर दाता का दर है ना कि भिखारी का। आज के तथाकथित संत, गुरू ब्राह्मण, व शिक्षिकों ने अपने सम्मान व गरिमा को स्वयं खोया है। संत व गुरू हमारी संपत्ति नहीं अपितु संतति चाहते हैं। संपत्ति चाहने वाला लालची, लोभी  व्यक्ति गुरू या संत कदापि नहीं हो सकता। सच्चा भाव ही सच्ची उपासना है। सच्चे हृदय से प्रेम व श्रद्धापूर्वक की गई प्रार्थना को परमात्मा अवश्य सुनते हैं चाहे व्यक्ति को वेद, शास्त्र, पुराणों का ज्ञान हो या न हो भाषा शैली भी विशेष हो या न हों चाहे हम शिक्षित हों या अशिक्षित हों, शुद्ध हार्दिक भावनाओं से किसी प्रकार भी प्रार्थना की जाए परमात्मा उसे नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते।

उन्होंने कहा कि आज हमारी, हमारे परिवार, देश, समाज की जो दुर्दशा हो रही है। विभिन्न प्रयास करने के बावजूद जिससे हम उबर नहीं पा रहे हैं, प्रयास करने के साथ साथ प्रभु से उनकी कृपा याचना से परिपूर्ण भाव सहित प्रार्थनाएँ अवश्य करनी चाहिए। परमात्मा हमारी वस्तुओं, पदार्थों, मान सम्मान इत्यादि का नहीं वह तो हमारी प्रेम व भावनाओं का भूखा है। प्रेम रहित दुर्योधन के अतिथ्य को त्याग कर विदुर की कुटिया में रुख़ा साग व केले के छिलके भी प्रेम सहित स्वीकार करता है। भिलनी के खट्टे मीठे झूठे बेर में उसे जो स्वाद आता है ऐसा तो अयोध्या व जनकपुर के विभिन्न व्यंजनों में भी नहीं आता। महाराज श्री ने कहा कि मात्र मानव शरीर पाकर ही हम सच्चे अर्थों में मानव या इंसान कहलाने का अधिकारी नहीं बन जाते हैं, स्वयं को सुसंस्कारित करके समाज के लिए उपयोगी बनाएँ। सदाचार पूर्ण जीवन बिताएँ राष्ट्रीयता, नैतिकता व चरित्र को भी जीवन में महत्व दें।

महाराज श्री के प्रवचनों को सुनने के लिए स्थानीय, क्षेत्रीय व दूरदराज़ से हज़ारों  की संख्या में भक्तजन पहुँचे। महाराज श्री के दिव्य प्रवचनों से सारा वातावरण भक्तिमय हो उठा। सभी मंत्रमुग्ध व भाव विभोर होकर हरिबोल की धुन में झूम झूम कर नाचने लगे। श्रीगुरु महाराज, कांमा के  कन्हैया व लाठी वाले भैया की जय जयकार से सारा वातावरण गूँज उठा।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 हमारे समाचार ग्रुप (WhatsApp) से जुड़ें

👉 हमसे फेसबुक पर जुड़ने के लिए पेज़ को लाइक करें

👉 ख़बर सच है से टेलीग्राम (Telegram) पर जुड़ें

👉 हमारे पोर्टल में विज्ञापन एवं समाचार के लिए कृपया हमें [email protected] पर ईमेल करें या +91 97195 66787 पर संपर्क करें।

TAGS: Do not do any work without thinking - Sri Hari Chaitanya Mahaprabhu Gadinegi news Swami hari chaitanya mahaprabhu US nagar news Uttrakhand news

More Stories

उत्तराखण्ड

पूर्व विधायक व वर्तमान में राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी का हुआ निधन  

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें – खबर सच है संवाददाता  देहरादून। चंपावत के पूर्व विधायक और वर्तमान में राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी का अस्वस्थता के चलते आज निधन हो गया। कैलाश गहतोड़ी ने आज मैक्स हॉस्पिटल देहरादून में अंतिम सांस ली। बताते चलें कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने […]

Read More
उत्तराखण्ड

जंगल की आग की चपेट में आने से एक श्रमिक की मौत दो महिलाओं समेत तीन श्रमिक गंभीर रूप से घायल  

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें –  खबर सच है संवाददाता    अल्मोड़ा। यहां  सोमेश्वर थाना क्षेत्र में गुरुवार को जंगल की आग की चपेट में आने से नेपाली मूल के एक श्रमिक की मौत हो गई, जबकि दो महिलाओं समेत तीन श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों घायलों को उपचार के लिए बेस अस्पताल में […]

Read More
उत्तराखण्ड

हाई स्कूल में असफल होने पर छात्रा ने आत्मघाती कदम उठाते हुए किया विषैले पदार्थ का सेवन  

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें –  खबर सच है संवाददाता  हल्द्वानी । उत्तराखंड बोर्ड हाई स्कूल में असफल होने पर छात्रा ने आत्मघाती कदम उठाते हुए विषैले पदार्थ का सेवन कर लिया। तबीयत बिगड़ने पर परिजन तुरंत छात्रा को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर आए लेकिन यहां इलाज के दौरान छात्रा ने दम तोड़ दिया।   […]

Read More