खबर सच है संवाददाता
बागेश्वर। परिवार प्यार और अपनों के प्रति लगाव से घर कहलाता है, हालांकि अब रिश्तों में परिवार शब्द बहुत कम देखने को मिलता है। लेकिन यहां चाची ने भतीजी के लिए अपनी जान गवांकर साबित कर दिया कि परिवार सिर्फ मकान की छत व दीवार तक सीमित नहीं वरन अपनों के लिए अपनापन और प्यार व लगाव होना होता है। जिसका ज्वलन्त उदाहरण रविवार (आज) देखने को मिला। जहां बाजार आई एक युवती ने अचानक सरयू नदी में छलांग लगा दी। जिसे देख साथ आई चाची ने उसे बचाने के लिए शोर मचाया, लेकिन किसी ने साथ नहीं दिया तो महिला (चाची) स्वयं ही नदी में कूद गई और युवती समेत महिला भी नदी के तेज प्रवाह में बह गई। पुलिस ने दोनों की तलाश में रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की दोपहर स्यालडोबा निवासी 42 वर्षीय जीवंती देवी पत्नी हरीश चंद्र पांडे व उसकी 25 वर्षीय भतीजी ज्योति पुत्री शंकर दत्त पांडे बाजार आए थे। इस बीच अचानक ज्योति विकास भवन मार्ग में चौरासी के समीप से सरयू नदी में कूद गई। अचानक ज्योति के नदी में कूदने तथा उसे नदी के प्रवाह में बहते देखकर उसकी चाची जीवंती घबरा गई तथा उसने शोर मचाकर मदद की गुहार की। इलाका सूनसान होने के कारण किसी ने उसकी नहीं सुनी जिस पर जीवंती स्वयं ही नदी में कूद गई परंतु वह भी नदी के तेज प्रवाह में बह गई। इस घटना की सूचना मिलते ही कोतवाल जगदीश ढकरियाल अग्नि शमन दल व पुलिस के जवानों को लेकर वहां पहुंचे। समाचार लिखे जाने तक नदी में लापता दोनों महिलाओं का पता नहीं चल पाया है पुलिस व अग्निशमन दल के जवान उनकी तलाश कर रहे हैं। घटना की सूचना मिलने पर उनके परिजन भी यहां पहुंच गए हैं तथा ग्रामीण पुलिस के साथ उनकी खोजबीन में जुटे हैं।