खबर सच है संवाददाता
गाजियाबाद। एक कंस्ट्रक्शन कारोबारी के बेटे को उसके ही दोस्त ने मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद आरोपी ने पत्नी की मदद से शव कमला नेहरू नगर स्थित एक कुएं में फेंक दिया। मृतक को उसका दोस्त बुधवार शाम पार्टी के बहाने अपने घर ले गया था। वहां कहासुनी होने पर सिर पर सरिये से वार कर उसकी हत्या कर दी। छात्र के एक रिश्तेदार ने उसे आखिरी बार दोस्त के साथ देखा था। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने दोस्त और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
राजनगर सेक्टर-9 निवासी वीरेंद्र सिंह कंस्ट्रक्शन कारोबारी हैं। उनका 23 वर्षीय बड़ा बेटा कुशाग्र चौधरी संजयनगर स्थित कॉलेज में एलएलबी सेकेंड ईयर का छात्र था। वीरेंद्र ने बताया कि बुधवार दोपहर कुशाग्र बाइक ठीक कराने घर से निकला था, लेकिन शाम तक घर नहीं पहुंचा। गुरुवार को कुशाग्र की महिला मित्र ने परिजनों को एक वीडियो भेजा, जिसमें कुशाग्र लहूलुहान हालत में दिख रहा था और कमरे में मौजूद किसी शख्स को शास्त्री नगर चौकी पर पहुंचने को कह रहा था। इसके बाद परिजनों ने शास्त्री नगर चौकी पहुंचकर कुशाग्र को तलाश करने की मांग की। वीरेंद्र सिंह का कहना है कि उनके भाई अरुण व उसके दोस्त ने कुशाग्र को आखिरी बार हापुड़ चुंगी स्थित पवन ढाबा पर उसके दोस्त रजापुर निवासी योगेंद्र चौधरी संग देखा था। पुलिस ने योगेंद्र से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल ली।
रेहड़ी पर शव ले जाते कैमरे में कैद हुए पति-पत्नी
योगेंद्र उर्फ बल्लू ने हत्या के बाद कुशाग्र का शव एक दिन घर में ही रखा था। गुरुवार रात को योगेंद्र और उसकी पत्नी ने शव ठिकाने लगा दिया। एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने जब योगेंद्र के घर के पास स्थित मस्जिद में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो योगेंद्र कुशाग्र के शव को रेहड़ी पर ले जाता हुआ दिखा, जबकि उसकी पत्नी रेहड़ी के आगे-आगे चल रही थी। एसपी सिटी ने बताया कि शुरुआत में योगेंद्र और उसकी पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। योगेंद्र ने कहा कि नोएडा निवासी दोस्तों से कुशाग्र का झगड़ा हुआ था। नोएडा के दोस्त उसे कार में डालकर ले गए, लेकिन जब पुलिस ने उन्हें सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाई तो दोनों टूट गए और गुनाह कबूल कर लिया।
शिकायत करने की धमकी पर मारा
एसपी सिटी ने बताया कि कुशाग्र और बल्लू दोस्त हैं। योगेंद्र लूट के मामले में एक सप्ताह पहले ही जेल से छूटा था। उसकी जमानत कराने में आया खर्च कुशाग्र ने ही वहन किया था। अंदेशा है कि पैसों के लेन-देन के विवाद में कुशाग्र की हत्या की गई है। एसपी सिटी ने बताया कि पार्टी के बहाने ही योगेंद्र ने कुशाग्र को पवन ढाबा पर बुलाया और घर ले गया। वहां झगड़ा होने पर योगेंद्र ने कुशाग्र के सिर पर सरिये से वार कर दिया, जिससे वह लहूलुहान हो गया। इसके बाद कुशाग्र ने वीडियो बनाकर महिला मित्र को भेजा। कुशाग्र पुलिस में शिकायत करने की धमकी दे रहा था, तो योगेंद्र ने सरिये से कई वार कर उसकी हत्या कर दी।
लूट के बैग को जिस कुएं में फेंका, उसी में ठिकाने लगाया शव
पुलिस के मुताबिक, योगेंद्र ने किसी से बैग लूटा था, जिसे उसने कमला नेहरू नगर स्थित कुएं में फेंक दिया था। वहीं, कुशाग्र की हत्या के बाद शव ठिकाने लगाने के लिए भी योगेंद्र ने इसी कुएं का इस्तेमाल किया। कुएं के पास एक जोड़ी लेडीज जूतियां भी मिलीं। पुलिस का मानना है कि यह जूतियां योगेंद्र की पत्नी की हैं।
”कुशाग्र की हत्या के आरोप में योगेंद्र व उसकी पत्नी पूजा को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना में योगेंद्र की साली और ढाबा मालिक पवन की भूमिका की जांच भी की जा रही है।” -पवन कुमार, एसएसपी