सेवा के संकल्प के साथ विकास की पर्याय रही डॉ इंदिरा के दृष्टिकोण से हर कोई वाकिफ है। डॉ इंदिरा ने ना सिर्फ विकास को तबज्जो दी वरन यहां के लोगो के लिए एक मजबूत संरक्षक भी रही। यही वजह है कि आज जन मानस की जुबां पर “मॉ के अधूरे सपने बेटा करेगा पूरे” का नारा गूंजने लगा है।
वास्तव में यह कहने में भी कोई संकोच नहीं कि डॉ इंदिरा विकास का पर्याय थी। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के दौरान डॉ इंदिरा ने हल्द्वानी को विशिष्ट पहचान दिलाने हेतु अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट स्टेडियम, अंतर्राज्यीय बस अड्डा व अंतरराष्ट्रीय स्तर का चिड़ियाघर स्वीकृत कराया, लेकिन भाजपा की सरकार आते ही ऐसे विशिष्ट योजनाओं को बनने से पहले ही “जीवित विकास में मृत कंकाल का बहाना बना कर” रोक दिया गया।
बहरहाल अब जब फिर से चुनाव है तो प्रदेश सरकार में महत्वपूर्ण दायित्वों को संभाल चुके प्रत्याशीयों अथवा अन्य दलों के प्रत्याशियों के पास स्वयं के तो ऐसे कोई विकास के कार्य नहीं जिन्हें गिनाया जा सके, लेकिन जाति, धर्म और केंद्र सरकार की चुनावी घोषणाओं के जरिये जनता को फिर से बरगलाने की तैयारी करने लगे है। वहीं दूसरी तरफ आयरन लेडी स्व. डॉ इंदिरा का विकास स्वतः ही जनमानस को कांग्रेस प्रत्याशी सुमित के समर्थन में जुड़ने को विवश कर रहा है।