खबर सच है संवाददाता
लालकुआं। उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्र होने के बावजूद एक्सपोनेंशियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिन्दुखत्ता के सात छात्र छात्राओं ने मेरिट लिस्ट में स्थान प्राप्त करते हुए स्कूल का नाम रोशन किया है।
बिंदुखत्ता लालकुआं निवासी यशिका पुत्री दलीप सिंह रावत एवं हेमा रावत ने प्रदेश में 96.4 % अंक प्राप्त करते हुए प्रदेश में 16 रैंक प्राप्त की। जय भट्ट पुत्र महेश चंद्र भट्ट एवं लीला देवी ने प्रदेश में 96.20% प्राप्त कर 17 रैंक प्राप्त की। साक्षी रेकुनी पुत्री जगत सिंह एवं विमला रेकूनी ने 95.80% प्राप्त कर 19 रैंक प्राप्त की। वैष्णवी पुत्री मनोज कुमार गुप्ता एवं वसुधा गुप्ता ने 95.60% प्राप्त कर 20 रैंक प्राप्त की। आयुष बिष्ट पुत्र महेश सिंह एवं सपना बिष्ट ने 95% प्राप्त कर 23 रैंक प्राप्त की। लकी बोरा पुत्र हरीश सिंह एवं पना देवी के ने 95% प्राप्त कर 23 रैंक प्राप्त की। पूजा मेहता पुत्री प्रेम सिंह मेहता एवं राधा मेहता की ने 94.4% प्राप्त कर 23 रैंक प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया। स्कूल प्रबंधक राजेंद्र सिँह नैनवाल ने इस उपलब्धि के लिए होनहारों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
भारत की आजादी के इतने वर्षों के बाद भी देश की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में ही निवास करता है। जिसके कारण ग्रामीण समाज में शिक्षा का महत्व भी बहुत बढ़ जाता है क्योंकि शिक्षा ही वह माध्यम से जिसके कारण व्यक्ति अपना और अपने समाज में विकास कर सकता है। एक्सपोनेंशियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिन्दुखत्ता के विचारशील एवं शिक्षा के प्रति निष्ठावान प्रबंधक राजेंद्र सिंह नैनवाल ने शिक्षा के पर्याप्त संसाधनों की कमी के बावजूद इस ग्रामीण क्षेत्र में स्कूल को शीर्ष तक पहुंचाया। स्कूल प्रबंधक ने बच्चों से कम शुल्क लेने के बावजूद अनुभवी शिक्षकों के जरिये शिक्षा के स्तर को बेहतरीन करने के साथ ही बच्चों को स्किलड डेवलपमेंट कोर्सेज, प्रेक्टिकल ट्रेनिंग भी दी, जिसका ही परिणाम है कि आज विद्यालय के सात बच्चों ने उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा की मैरिड में स्थान किया।