खबर सच है संवाददाता
देहरादून। उत्तराखंड राज्य में इनफ्लुएंजा वायरस को लेकर एडवाइजरी जारी हो चुकी है। बता दें कि देश के विभिन्न हिस्सों में इस वायरस के मामले सामने आ रहे हैं और इस वायरस के खतरे को देखते हुए उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है तथा लोगों को इसके प्रकोप से बचाने के लिए स्वास्थ्य महकमे ने एहतियाती कदम उठाने शुरू करने के साथ ही इस वायरस को लेकर राज्य में एडवाइजरी जारी कर दी गई है।
विशेषज्ञों का इस वायरस के बारे में कहना है कि इससे बचाव के लिए सावधानी की आवश्यकता है। घबराने की जरूरत नहीं है। जिस व्यक्ति में इम्यूनिटी की कमी है यह फ्लू उस व्यक्ति में अधिक असर कर रहा है। इसके साथ ही कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों को भीड़ भाड़ में जाने से मना किया गया है तथा आस्था और लंग इन्फेक्शन के मरीजों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को इस संक्रमण से बचाव के लिए अधिक सतर्क रहना है। मौसम के कारण यह तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इस संक्रमण के कुछ लक्षण इस प्रकार है जैसे 1 हफ्ते से अधिक बुखार रहना, शरीर में दर्द, उल्टी, जुकाम, खांसी सर दर्द आदि और इससे बचाव के लिए घर से निकलने पर फेस मास्क पहनना अनिवार्य है और शरीर की दूरी की सलाह भी दी गई है। यही नहीं बल्कि आमजन से अपील की गई है कि वह अधिक भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचे। एच3एन2 का अभी कोई मामला रिपोर्ट नहीं हुआ है। दून मेडिकल कालेज अस्पताल में इससे संबंधित जांच हो रही है। अस्पतालों को अलर्ट किया गया है। मास्क, शारीरिक दूरी आदि के नियमों का पालन करने को कहा गया है।
वायरस के ग्रसित होने के ये हैं लक्षण
• एक सप्ताह या इससे अधिक दिन तक बुखार।
• बुखार भी तेज होना।
• खांसी काफी समय तक रहना।
• बलगम की परेशानी बढ़ना
• नाक से पानी आना।
• सिर में दर्द रहना।
• उल्टी जैसा महसूस होना।
• भूख का कम होना।
• शरीर में दर्द रहना।
ऐसे करें इंफ्लूएंजा फ्लू से अपना बचाव
• बाहर निकलते समय या आफिस में हमेशा फेस मास्क पहनें
• खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को अच्छी तरह कवर करें
• भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
• हाथों को समय-समय पर पानी और साबुन से धोते रहें
• खुद को हाइड्रेट रखें, पानी- फ्रूट जूस या अन्य पेय पदार्थ लेते रहें
• नाक और मुंह छूने से बचें
• बुखार आने की स्थिति में पैरासिटामोल लें
• पब्लिक प्लेस पर न थूकें और न ही हाथ मिलाएं
• किसी भी तरह के शारीरिक संपर्क से बचें
• चिकित्सक की सलाह लिए बगैर एंटीबायोटिक नहीं लें।