खबर सच है संवाददाता
देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ ने सीएससी सेंटर की आड़ में फर्जी आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर तीन लोगों को किया गिरफ्तार। इस सीएससी सेंटर में 10 हजार लेकर विदेशी नागरिकों का भी बनाया जा रहा था उत्तराखंड का आधार कार्ड और वोटर कार्ड। बताया गया कि यहां से आम लोगों से पैसों की वसूली कर उनके आधार और वोटर कार्ड बनाए जा रहे थे। यहां तक विदेशी नागरिकों में नेपाल के लोगों को उत्तराखंड के गढ़वाल का निवासी बताकर उनके कार्ड भी बना दिए गए। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 640 ब्लैंक प्लास्टिक कार्ड, 200 लैमिनेशन कवर (कार्ड), 28 वोटर आईडी, 68 आधार कार्ड, 17 पैनकार्ड, 07 आयुष्मान कार्ड, 01 स्टैम्प, 01 स्टैम्प पैड व 12500 रूपये नकद के साथ इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किया गया।
उत्तराखंड एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि थाना ऋषिकेश क्षेत्र में एसटीएफ उत्तराखंड ने छापा मारकर ये कामयाबी हासिल की। यहां तीन लोग अवैध तरीके से बगैर किसी डॉक्यूमेंट प्रूफ के लोगों का आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पेन कार्ड व अन्य पहचान पत्र बना रहे थे। ऐसे लोंगों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं, जिनके फर्जी वोटर कार्ड व आधार कार्ड बनाये गये हैं। उन्होंने बताया कि एसटीएफ को इसकी गोपनीय सूचना मिली थी। एसटीएफ ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए गोपनीय जांच शुरू की। पता चला कि फर्जी आधार और अन्य आईडी एक व्यक्ति लक्ष्मण सैनी की ओर से अपने साथियों के साथ मिलकर बनाए जाते हैं। जो कि अपनी दुकान में सीएससी सेन्टर चलाता है। इस सूचना को पुख्ता करने के लिए एसटीएफ एक योजना बनाई। इसके लिए कुछ दिन पूर्व एक नेपाली नागरिक दिलबहादुर (काल्पनिक नाम) को तैयार किया गया। उस नेपाली नागरिक को सीएससी, एपेटाईड सेन्टर, एम्स रोड, ऋषिकेश आधार कार्ड बनवाने भेजा गया। जहां पर सीएससी सेन्टर का मालिक लक्ष्मण कुमार सैनी 10 हजार रुपये में दिलबहादुर नेपाली नागरिक का फर्जी आधार कार्ड और फर्जी वोटर आईडी कार्ड किसी भी भारतीय/उत्तराखंड के वैध दस्तावेज के बिना बनाने के लिये तैयार हो गया। जिसके लिए एडवान्स में 3000 रूपया ले लिया तथा दिनॉक 26 दिसंबर को वोटर आईकार्ड और कुछ दिनो बाद आधार कार्ड देने का वादा किया। इसके बाद 26 दिसंबर को उक्त सीएससी सेन्टर में नेपाली नागरिक दिल बहादुर को भेजा गया तो लक्ष्मण सैनी ने पौड़ी के किसी गांव का उसका वोटर कार्ड बना दिया था। साथ ही आधार कार्ड के लिए फॉर्म भर दिया गया। फिर एसटीएफ ने अचानक छापा मारकर उक्त आधार सेंटर में लक्ष्मण सिंह सैनी पुत्र छोटे लाल सैनी निवासी मीरानगर मार्ग गली न0. 11 ऋषिकेश वीरभद्र देहरादून के साथ दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया। उसके दो साथियों में बाबू सैनी पुत्र छोटे लाल सैनी नि0 मीरानगर मार्ग गली न0. 11 ऋषिकेश, वीरभद्र, देहरादून और भरत सिंह उर्फ भरदे दमई पुत्र टीकाराम नि0 गेहतमा जिला रूकुम दाबिश ऑचल राफल, नेपाल, हाल निवासी धारीदेवी कलियासौड़ हैं।
एसटीएफ ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ में अब तक इनके द्वारा कितने लोगों का कार्ड बनाया गया है, इसकी जानकारी इकट्ठा की जा रही है। बताते चलें कि इस तरह की फर्जीवाड़े के जरिए अगर कोई अपनी पहचान बदल कर देहरादून राजधानी या हरिद्वार में रह रहा होगा तो कितना नुकसान हो सकता है इसकी गंभीरता समझ सकते हैं। एसटीएफ भी मानती है कि ये बेहद ही गंभीर मामला है, जिससे निपटना बेहद जरूरी है। यही कारण है कि इस मामले की जांच में एसटीएफ काफी दिनों से जुटी है। इसलिए इस मामले की जांच गहराई से की जा रही है।