खबर सच है संवाददाता
कोटद्वार। यहां कार्बेट टाइगर रिजर्व में एक बाघ की मौत हो गई। सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
कार्बेट टाइगर रिजर्व के डीएफओ नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि गश्ती दल को सोना नदी (मोरघट्टी) रेंज की कालू शहीद पश्चिमी बीट में एक बाघ जमीन पर लेटा नजर आया। काफी देर तक उसकी निगरानी की गई। जब बाघ की कोई हलचल नहीं हुई तो गश्ती दल ने नजदीक जाकर देखा तो वह मरा हुआ था। उनकी ओर से आला अधिकारियों को सूचना दी गई। कार्बेट टाइगर रिजर्व के तीन पशु चिकित्सकों डॉ. दुष्यंत कुमार शर्मा, कोटद्वार के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. बीपी गुप्ता एंव डॉ. राजेश कुमार के द्वारा बाघ के शव का पोस्टमार्टम कर बिसरा सुरक्षित रखते हुए जांच के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून एवं आईवीआरआई बरेली भेजा जा रहा है। बाघ के सभी अंग सुरक्षित हैं। बाघ के शरीर पर दूसरे बाघ के साथ हुए संघर्ष के निशान मिले हैं। प्रथम दृष्टया मौत की वजह आपसी संघर्ष प्रतीत हो रहा है। मृत बाघ नर है, जिसकी उम्र करीब छह से सात साल है।