खबर सच है संवाददाता
मेरठ। एसओजी और देहली गेट पुलिस ने लूटे गए मोबाइल मुंबई से समुद्र के रास्ते विदेश में बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पांच आरोपियों को घंटाघर टाउन हॉल के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से दस लाख रुपये कीमत के 20 मोबाइल बरामद किए हैं। जबकि अंतरराष्ट्रीय गैंग का सरगना शरद गोस्वामी फरार है।
पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि इनाम निवासी गली नंबर 25 फतेहउल्लापुर, अरशद निवासी गली नंबर 27 फतेहउल्लापुर लिसाड़ी गेट, अनस निवासी मकबरा डिग्गी रेलवे रोड, मेहताब निवासी सुहेल गार्डन लिसाड़ी गेट और नाजिम निवासी शौकीन गार्डन लिसाड़ी गेट को गिरफ्तार किया है, जबकि महफूज निवासी खत्ता रोड ब्रह्मपुरी और इमरान निवासी मकबरा डिग्गी रेलवे रोड फरार हैं।
इस दौरान मुख्य आरोपी इनाम ने बताया कि वह अपने साथी अरशद, अनस, मेहताब और नाजिम से मोबाइल लूट कराता था। इसके बाद इनाम पांच से दस हजार में चारों से मोबाइल खरीदकर 20-25 हजार रुपये में मोबाइल माफिया शरद गोस्वामी और महफूज को बेच देता था। शरद इन मोबाइल को थाइलैंड, बांग्लादेश समेत कई देशों में बेचता था। आरोपी दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से मोबाइल लूट करते थे। इनके टारगेट पर सबसे ज्यादा आईफोन होता था।
एसपी सिटी का कहना है कि शरद के पकड़े जाने के बाद साफ होगा कि उसने कब और किस-किस देश में मोबाइल बेचे। शरद गोस्वामी मोबाइल लूट का गैंग चलाने वाला बड़ा माफिया है। मार्च 2021 में शरद और उसके साथी अमरीश गिरि निवासी माधवपुरम को सर्विलांस टीम और कंकर खेड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शरद लूट के मामले में पहले भी जेल जा चुका है, आज-कल जमानत पर है। शरद पांच साल पहले बिलाल का गुर्गा था। बिलाल के साथ शरद 500 रुपये की दिहाड़ी पर काम करता था। बिलाल की हत्या के बाद शरद ने उसके गैंग की कमान खुद संभाली ली थी। उसके गैंग में 100 बदमाश हैं। शरद पर सात मुकदमे दर्ज हैं।