खबर सच है संवाददाता
सितारगंज। मकान के ऐवज में लिया 45 लाख रुपये बयाना हड़पने की फिराक में लगे मकान स्वामी के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी गई है। तहरीर अनुसार पुलिस मामले की जांच में जुटी। पुलिस ने पूर्व में भी बयाना वापस करने की दी थी हिदायत।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जसपाल कोहली व मोहमद राशिद मालिक ने कोतवाली सितारगंज में तहरीर देकर बताया कि उनके द्वारा ग्राम रम्पुरा वार्ड नं0 6, किच्छा रोड स्थित एक दुकान व मकान जिस जिसमे भूतल पर एक दुकान व प्रथम तल पर दो कमरें, किचन, लैट्रीन-बाथरूम, लॉबी आदि बनी है को एक करोड़ पैंतालीस लाख रुपये में क्रय करने का इकरारनामा (बयाना) बीती 20 जनवरी को नोटरी अधिवक्ता के समक्ष तहसील सितारगंज में निष्पादित किया था। जिसमें मकान व दुकान मालिक सुधीर कुमार गुप्ता पुत्र स्व0 भगवान दास गुप्ता, नीतू गुप्ता पत्नी सुधीर कुमार गुप्ता, पीयूष गुप्ता व युवराज गुप्ता पुत्र सुधीर कुमार गुप्ता के द्वारा अपने हस्ताक्षर एवं अंगूठा निशानी करते हुए बीस लाख रुपये बतौर बयाना अदा किया था, तथा शेष रकम में से दस लाख रुपये दिनांक 30 जनवरी को एवं पन्द्रह लाख रुपये 28 जनवरी को अदा किये थे। उक्त विक्रेतागण ने कुल पैंतालीस लाख रुपये बतौर एडवांस बयाना प्राप्त करते हुए शेष रकम 6 माह में अदा करने का समय निर्धारित किया था। प्रार्थी जनो के पास शेष रकम की व्यवस्था होने पर प्रार्थीगण उक्त सुधीर कुमार गुप्ता एवं उसके परिवारजनों के पास शेष रकम अदा करने हेतु गये एवं उनसे मकान एवं दुकान का कब्जा प्रार्थीगण के हक में स्थानान्तरित करने के लिये कहा गया तो मकान मालिक सुधीर कुमार गुप्ता एवं उसके परिवारजनों द्वारा उक्त इकरारनामे में लिखित शर्तों के अनुरूप उक्त मकान एवं दुकान का कब्जा प्रार्थीगण के हक में छोड़ने से इंकार कर दिया गया। जिस पर जसपाल कोहली व मोहम्मद राशिद मलिक द्वारा कोतवाली में तहरीर देकर सुधीर कुमार गुप्ता व परिजनों के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की है।
पुलिस को दी तहरीर में उन्होंने यह भी बताया कि उक्त सुधीर कुमार गुप्ता एवं उसके परिवारजनों द्वारा धमकी दी गयी है कि अगर प्रार्थीगण द्वारा किसी प्रकार की कोई कानूनी कार्यवाही की गयी तो वह अपने भाई एवं साले जो कि खटीमा में रहते है के द्वारा प्रार्थीगण एवं उनके परिवारजनों को जान माल का नुकसान पहुंचाने के साथ ही झूठा मुकदमा दर्ज करा देंगे। शिकायत कर्ताओं ने उक्त लोगों द्वारा प्रार्थीगण की अमानत में ख्यानत एवं इकरारनामे की शर्तों को मानने से इंकार करने व प्रार्थीगण को मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने की बात कहीं है। तहरीर अनुसार पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।