खबर सच है संवाददाता
जम्मू। जम्मू कश्मीर में गणतंत्र दिवस से ठीक पहले आतंकियो द्वारा घाटी को दहलाने की साजिश करते हुए नरवाल इलाके में एक के बाद एक दो धमाके किए गए हैं। इन धमाकों में करीब 7 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। धमाकों के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी करते हुए बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जम्मू) मुकेश सिंह ने बताया कि विस्फोट जम्मू शहर के नरवाल इलाके में हुए। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। कहा जा रहा है कि दोनों ही धमाके भीड़भाड़ वाली जगहों पर हुए थे। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इन विस्फोटों की कड़ी निंदा की है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उपराज्यपाल को विस्फोट और जांच की स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एक पूर्व विधायक के घर पर भी विस्फोट की खबर मिली। सुरनकोट के पूर्व विधायक चौधरी मोहम्मद अकरम ने कहा कि यह घटना शुक्रवार शाम करीब साढ़े सात बजे लसाना गांव में हुई और उनका परिवार इसमें बाल-बाल बचा, क्योंकि छर्रे उनके मकान के कई कमरों की छत को पार कर गए। अकरम ने जम्मू में बताया, मैं घटना के समय घर पर नहीं था। बाद में, मुझे पता चला कि एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ है, जिसके बाद कुछ गोलियां चलीं। घटना के तुरंत बाद पुलिस और सेना के अधिकारी मेरे घर आए और वे मामले की जांच कर रहे हैं। अकरम ने पिछले साल जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद के साथ एकजुटता में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन बाद में उन्होंने आज़ाद की डेमोक्रेटिक आज़ाद पार्टी से खुद को दूर कर लिया। उन्होंने इस विस्फोट की गहन जांच की मांग की।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल से 12 बोर की बंदूक के खाली कारतूस मिले हैं। उन्होंने बताया, हमें पूर्व विधायक के घर के पास एक विस्फोट के बारे में पता चला और हम तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। मौके पर एक हैलोजन लाइट क्षतिग्रस्त पाई गई और 12 बोर की बंदूक के खाली कारतूस मिले। अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।