खबर सच है संवाददाता
हरिद्वार। ज्वालापुर के जूर्स कंट्री में आठ साल के किशोर की स्वीमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। किशोर कालोनी में ही जिमनास्टिक सीखने निकला था। वह अकेला स्वीमिंग पूल में कैसे पहुंचा, वहां सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं थे, इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। वहीं जिमनास्टिक सिखाने वाली टीचर द्वारा किशोर के स्वीमिंग पूल में पहुंचने पर अनभिज्ञता जताने के साथ ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जूर्स कंट्री निवासी डाक्टर अभिषेक का सात साल का बेटा रुद्राक्ष कालोनी में ही जिमनास्टिक सिखाने आने वाली टीचर के पास रोजाना जिमनास्टिक सीखने जाता था। गुरुवार शाम रुद्राक्ष घर से जिमनास्टिक सीखने निकला था। कुछ देर बाद वह बेहोशी की हालत में स्वीमिंग पूल में उतराता मिला। आनन-फानन उसे भूमानंद अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने रुद्राक्ष को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने घटना की जानकारी ली। स्वजनों का कहना था कि उन्होंने बेटे को जिमनास्टिक सीखाने के लिए भेजा था। साथ ही टीचर पर भी नाराजगी जताते हुए हैरानी जताई कि उन्होंने स्वीमिंग पूल में बेटे की एंट्री नहीं कराई हुई थी, फिर वह कैसे अंदर चला गया। वहीं टीचर का कहना है कि उन्हें पता नहीं चला कि रुद्राक्ष कब स्वीमिंग पूल में नहाने चला गया। कालोनिवासियों ने भी सवाल उठाए कि सात साल का बालक अकेला कैसे पूल में पहुंचा और वहां सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं थे। ज्वालापुर कोतवाल महेश जोशी ने बताया कि किशोर का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बच्चा स्वीमिंग पूल तक कैसे पहुंचा, वहां सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं थे, इस बारे में हर एंगल से जांच की जाएगी।