खबर सच है संवाददाता
मेरठ। मेरठ के सूरजकुंड में एक दर्दनाक हादसे में फैक्ट्री मालिक हरविंदर उर्फ पिंटू (45) की लिफ्ट में फंसकर मौत हो गई। शनिवार को सूरजकुंड औद्योगिक क्षेत्र में स्थित उनकी नी कैप और एल्बो बनाने की फैक्ट्री में यह हादसा हुआ।बताया जा रहा है कि पिंटू काम की जांच के लिए ओपन लिफ्ट से दूसरी मंजिल पर जा रहे थे, तभी लिफ्ट अचानक रुक गई। नीचे झांकने के दौरान लिफ्ट फिर से चल पड़ी, जिससे उनकी गर्दन लिफ्ट और लिंटर के बीच फंस गई।
सूरजकुंड व्यापार संघ के अध्यक्ष अनुज सिंहल ने बताया कि करीब 25 मिनट बाद स्टाफ ने सीसीटीवी मॉनिटर पर पिंटू को लिफ्ट में लटके हुए देखा। शोर मचाने पर अन्य व्यापारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे। जैसे-तैसे पिंटू को लिफ्ट से निकाला गया और न्यूटीमा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अनुज सिंहल ने बताया कि हरविंदर की फैक्ट्री में 10-12 कर्मचारी काम करते हैं और यह पिछले 30 साल से मझोले स्तर पर चल रही थी। पिंटू के दो बेटे, अवनीत और सवनीत और एक बेटी है, जिसकी शादी हो चुकी है। परिवार मूल रूप से पाकिस्तान के सियालकोट का रहने वाला है, जो भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद मेरठ के जवाहर क्वार्टर में बस गया था। पिंटू के बड़े भाई की भी दिल्ली रोड पर साईं पुरम में अलग फैक्ट्री है।
मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) के उपाध्यक्ष संजय कुमार मीना ने बताया कि बहुमंजिला इमारतों या सोसाइटी में लिफ्ट के लिए प्राधिकरण नक्शा पास करता है और निर्माण पूरा होने पर स्थलीय निरीक्षण के बाद कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। लिफ्ट की कंपनी और क्षमता का निर्धारण इलेक्ट्रिसिटी सेफ्टी डिपार्टमेंट करता है। इस मामले में लिफ्ट की खराबी और सुरक्षा मानकों की जांच की जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और लिफ्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।




