खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। उत्तराखंड के निर्धन परिवारों के 300 छात्रों को प्रतिवर्ष उच्च शिक्षा के मुक्त कोर्स कराएगा सीआईएमएस और यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज। यह बात मंगलवार (आज) हल्द्वानी में ग्रुप के चेयरफर्सन ललित जोशी ने प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 के दौर में अनाथ हुए बच्चे और गरीब निर्धन परिवारों, आर्मी, पुलिस, मीडिया, लोक कलाकार जिनकी आर्थिक स्थिति अनुकूल नहीं, के लिए यह मुहिम चलाई गई है। सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज द्वारा इंस्टीट्यूट की वेबसाइट में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किए गए हैं। जिनमें पैरा-मेडिकल, होटल मैनेजमेंट, बीकाम, मास काम समेत 40 से भी अधिक कोर्सों में उत्तराखंड के 300 निर्धन गरीब छात्रों निशुल्क दाखिला ले सकेंगे। इस हेतु 30 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन की तारीख रखी गई है।
बताते चलें कि माता-पिता के दिये संस्कारों और जीवन संघर्ष ने ही ललित को समाज के प्रति उत्तरदायी बनाया। 2003 में दसवीं के एग्जाम देने के बाद ललित जब टनकपुर अपने चाचा के पास गए तो वहां मां पूर्णागिरि मंदिर में मेला चल रहा था। ललित वहां किसी से उधार में ली गयी लेडीज साइकिल लेकर प्रसाद बेचने लगा। 28 दिन में 18 हजार कमाए और नई साइकिल खरीदी साथ ही मां को दस हजार की मदद भी दी। उच्च शिक्षा हासिल करने के दौरान ललित ने घोसी गली में टाइपिस्ट की नौकरी की। कुछ अन्य जगहों में भी छोटा-मोटा किया लेकिन सोच बड़ी रखी। 2012-13 के दौरान ललित ने ठान लिया था कि अब कुछ करना है। सपने साकार करने के लिए धन चाहिए था। साधारण परिवार में जन्में ललित के लिए यह मुश्किल समय था। मां अपने बेटे के सपनों को साकार करने के लिए आगे आई। अपनी सोने की नथ बेची तो पिता ने हल्द्वानी की जमीन, तब नींव पड़ी यूआईएचएमटी संस्थान की। मां की नथ बेचने के कर्ज को ललित ने 300 बच्चों को पढ़ाने के महाप्रण के साथ ही चुकता कर दिया।
प्रेस वार्ता के दौरान सीने कलाकार हेमंत पाण्डे, चाँदनी इंटरप्राइजेज के संयोजक नवीन टोलियाँ, लोकगायक प्रह्लाद मेहरा, उपनल हल्द्वानी के रीजनल निदेशक कर्नल आलोक पांडेय, पूर्व अभियोजन अधिकारी देवीदत्त जोशी, आरोग्यम मेडिकल कॉलेज रुड़की के चैयरमैन संदीप केडिया, शिक्षाविद एवं आप नेता समित टिक्कु, सिंथिया स्कूल के मेनेज़र महेश जोशी, वन्दे मातरम् ग्रूप के संयोजक शैलेंद्र दानु, मोतीलाल बाबूलाल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डी के पंत, शिक्षक हीरा सिंह बिष्ट, वीके पांडेय, वीके जोशी, सामाजिक कार्यकर्ता नेत्र बल्लभ जोशी सहित कई गणमान्य मोजूद रहे।