जसपाल सिंह, खबर सच है संवाददाता ऊधमसिंह नगर
रुद्रपुर। जम्मू-कश्मीर में करोड़ों की हेरोइन के साथ दो तस्कर पकड़े गए थे। जिस कार से तस्करी हो रही थी, उसमें लगाई गई फर्जी नंबर प्लेट और आरोपियों के ड्राइविंग लाइसेंस रुद्रपुर की पाल प्रिटिंग प्रेस से बनाए गए थे। एसटीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में रुद्रपुर से गिरफ्तार दो आरोपियों से हुई पूछताछ में यह जानकारी मिली है।
30 सितंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रामबन जिले से करोड़ों रुपये की 34 किलोग्राम कोकीन (हेरोइन) के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार कर नार्को-आतंकी मॉडयूल का भंडाफोड़ किया था। उन्होंने चेकिंग से बचने के लिए फर्जी डीएल और फर्जी नंबर प्लेटों का प्रयोग किया था। आरोपियों ने पूछताछ में फर्जी डीएल और नंबर प्लेटें उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले में बनाए जाने की जानकारी दी थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिले इस इनपुट के बाद एसटीएफ पिछले बीस दिनों से इस मामले की जांच में जुटी हुई थी। सीओ एसटीएफ सुमित पांडे के नेतृत्व में एसटीएफ के कुमाऊं प्रभारी एमपी सिंह और उनकी टीम को इसमें लगाया गया था। एमपी सिंह ने बताया कि बुधवार दोपहर बाद करीब तीन बजे एसटीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई के तहत रुद्रपुर बाजार स्थित पाल प्रिटिंग प्रेस में दबिश दी। यहां से कृष्ण पाल (27) पुत्र हरदयाल और दीपचंद (28) पुत्र गेंदन ताल दोनों निवासी पैपुरा बिलासपुर जिला रामपुर यूपी को गिरफ्तार किया। टीम में एसटीएफ के कुमाऊं प्रभारी इंस्पेक्टर एमपी सिंह, एसआई चेतन रावत, केजी मठपाल, नवीन जोशी, एएसआई प्रकाश भगत, हेड कांस्टेबल जगपाल सिंह, गोविंद सिंह, रविंद्र बिष्ट, किशोर कुमार, सुरेंद्र कनवाल, दुर्गा सिंह रहे। सीओ एसटीएफ सुमित पांडे ने बताया कि आरोपी इंटरनेट के जरिए ऐसे वाहनों के नंबर चिह्नित करते थे, जो सक्रिय नहीं हैं। वह ऐसे रजिस्ट्रेशन नंबर खोजने के बाद बदले में प्रति नंबर पांच हजार रुपये लेते थे। आरोपियों के मोबाइल से चंडीगढ़ के एक वाहन का ऐसा रजिस्ट्रेशन नंबर मिला है। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में ऐसे चार रजिस्ट्रेशन नंबर जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए आरोपियों को मुहैया कराने की बात कही है, जो पांच हजार रुपये प्रति नंबर के हिसाब से दिए थे। इसकी जांच की जा रही है कि आरोपियों के बनाए फर्जी कागजात गैर कानूनी रूप से कहां-कहां इस्तेमाल किए गए हैं।
आरोपियों के कब्जे से प्रिंटर, कैंसिल्ड पासपोर्ट, हार्ड डिस्क, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (निरुद्ध),10 चेक बुक, इश्योरेंस सर्टिफिकेट (निरुद्ध), पासपोर्ट कवर, चार ड्राइविंग लाइसेंस, 11 आधार कार्ड, गोल्डन स्टांप पेपर उत्तराखंड, दो निर्वाचन कार्ड, लैपटॉप, तीन हाईस्कूल के सर्टिफिकेट, दो इंटरमीडिएट के सर्टिफिकेट, दो पैन कार्ड, पुलिस समाचार सर्विस कार्ड, ओपीएस यूटिलिटी सर्विस कार्ड, डिजिटल स्टांप मेकर, मोबाइल फोन, तीन पेन ड्राइव, 12 पासबुक, आईडीबीआई के पांच एटीएम कार्ड, हार्ड डिस्क बरामद की गई है। गिरफ्तार किया गया कृष्ण पाल करीब तीन साल से रुद्रपुर के प्रीत विहार में किराए के मकान में रह रहा है। जबकि दीपचंद उसका चचेरा भाई है। दोनों प्रीत विहार क्षेत्र में ही रामपुर-काठगोदाम नेशनल हाईवे पर किराए की दुकान लेकर यहां प्रिटिंग प्रेस चलाते थे। यह दुकान बाद में दुकान स्वामी ने दूसरे व्यक्ति को किराए पर दे दी और वह इसमें किराने की दुकान चलाता है। इसके बाद दोनों ने गांधी कॉलोनी के पास मुख्य बाजार में एक दुकान किराए पर ली और यहीं प्रिंटिंग प्रेस खोली। करीब एक साल पहले इन्होंने यहां प्रिटिंग प्रेस खोली थी। बेसमेंट में प्रिटिंग का काम चलता था।