मेट्रोपोल शत्रु सम्पत्ति को अतिक्रमण मुक्त कराने को गरजी जेसीबी मशीनें

ख़बर शेयर करें -

  

खबर सच है संवाददाता

नैनीताल। मेट्रोपोल इलाके को अतिक्रमण मुक्त करने की कवायद शुरू हो गई है। इस कार्य में जेसीबी मशीनें और कर्मचारी लगाए गए हैं।

गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा शत्रु सम्पत्ति के कब्जाधारकों को नियमानुसार पर्याप्त नोटिस व जनसुनवाई के अवसर के साथ ही स्वयं से खाली करने का पूरा मौका दिया गया। किन्तु जब इनके द्वारा स्वयं आवास खाली नहीं किये गए उसके पश्चात जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा दल बल के साथ आज ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू की गई। हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा पारित नये अध्यादेश में सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्जा करने वालों दस साल की सजा का प्राविधान भी किया गया है। उन्होंने राज्य में सरकारी सम्पत्तियों पर अवैध कब्जे किये गए लोगों से भी अपील की है कि स्वयं अवैध कब्जों को खाली करें अन्यथा कार्रवाई की जायगी। 

यह भी पढ़ें 👉  राजकीय बालगृह रोशनाबाद से स्कूल गए तीन बच्चे हुए फरार 

दरअसल, इस अतिक्रमण को हटाने के फलस्वरूप प्रशासन को यहां इतनी जमीन उपलब्ध हो जाएगी कि काफी हद तक नैनीताल में पार्किंग की समस्या दूर हो जाएगी। गौरतलब है कि मेट्रोपोल परिसर में स्थित 134 परिवार शत्रु सम्पत्ति में अवैध रूप से काबिज हैं।  शत्रु सम्पत्ति में पूर्व से अवैध रूप से काबिज व्यक्तियों द्वारा अपने आवास अवैध रूप से बेच दिए हैं या किराये में किसी अन्य को दिये हैं अर्थात् पूर्व के मूल अवैध कब्जेदार भी वर्तमान में इन आवासों पर निवासरत् नहीं हैं तथा सबलेट हुए परिवारों द्वारा व्यवसायिक गतिविधियां भी इसी स्थान पर की जा रही है। शत्रु सम्पत्ति स्थित परिसर में जो अवैध कब्जेदार काबिज हैं, ये समस्त परिवार नैनीताल के मुख्य नाले के किनारे अवैध रूप से काबिज हैं। इस नाले का उद्गम स्थल सूखाताल झील है एवं समापन बिन्दु नैनीताल झील है। नाले का उद्गम स्थल सूखाताल नैनी झील का रिचार्ज प्वाइंट है। नाले में अतिक्रमणकारियों द्वारा गन्दगी करने तथा सीवर का पानी नाले में छोड़े जाने के कारण कूड़ा-करकट एवं सीवर की गन्दगी नैनी झील में प्रवेश कर रही है, जिससे नैनी झील दूषित हो रही है तथा जल प्रदूषण उत्पन्न हो रहा है। नैनी झील के पानी से नगर में पेयजल आपूर्ति की जाती है, जिसका प्रभाव नैनीताल निवासियों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इसका संज्ञान उच्च न्यायालय, उत्तराखण्ड द्वारा भी जनहित याचिका के आदेश में लिया गया है। प्रत्यक्ष रूप से मेट्रोपोल नाले के किनारे अवैध कब्जा जन स्वास्थ्य को भी प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर रहा है, जो कि वृहद जनहित में उचित नहीं है।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 हमारे समाचार ग्रुप (WhatsApp) से जुड़ें

👉 हमसे फेसबुक पर जुड़ने के लिए पेज़ को लाइक करें

👉 ख़बर सच है से टेलीग्राम (Telegram) पर जुड़ें

👉 हमारे पोर्टल में विज्ञापन एवं समाचार के लिए कृपया हमें [email protected] पर ईमेल करें या +91 97195 66787 पर संपर्क करें।

TAGS: JCB machines needed to make metropole encroachment free metropole encroachment nainital news Uttrakhand news

More Stories

उत्तराखण्ड

एसटीएफ ने वन्य जीव तस्कर को एक हिरण की कस्तूरी व दो हिरण के पंजों के साथ किया गिरफ्तार 

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें –       खबर सच है संवाददाता    देहरादून। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उत्तराखंड एसटीएफ की रणनीति के अनुरूप एसटीएफ टीम ने एक हिरण की कस्तूरी व दो हिरण के पंजों के साथ डब्ल्यूसीसीबी दिल्ली की सूचना पर एक वन्य जीव तस्कर को देहरादून जनपद के विकासनगर थाना क्षेत्र से गिरप्तार किया […]

Read More
उत्तराखण्ड

राजकीय बालगृह रोशनाबाद से स्कूल गए तीन बच्चे हुए फरार 

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें –       खबर सच है संवाददाता    हरिद्वार। हरिद्वार के रोशनाबाद स्थित बालगृह से स्कूल गए तीन बच्चे फरार हो गए। स्कूल से अन्य बच्चों के वापस लौटने पर तीन बच्चे कम मिलने पर बाल गृह प्रशासन को इसकी जानकारी हुई। पहले अपने स्तर से तलाश की गई, मगर कुछ […]

Read More
उत्तराखण्ड

दूल्हे द्वारा दुल्हन के परिवार से कार और दस लाख रुपये की मांग के बाद बिना दुल्हन के लौटी बारात, दूल्हे पक्ष द्वारा शादी में खर्च के16 लाख देने के बाद निपटा मामला  

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें –      खबर सच है संवाददाता    हरिद्वार। निकाह की रस्में पूरी होने के बाद दूल्हे ने दुल्हन के परिवार से कार और दस लाख रुपये देने की मांग कर दी। इस पर दुल्हन और उसके परिवार के लोग नाराज हो गए और उन्होंने दुल्हन को साथ भेजने से इन्कार कर […]

Read More