
खबर सच है संवाददाता
कोटाबाग। उत्तराखंड के नैनीताल जिले की कोटाबाग पुलिस चौकी में पुलिस की पिटाई से आहत भाजपा नेता विशन सिंह नगरकोटी के बेटे ने चौकी के बाहर ही जहर खाकर जान दे दी। मौत की खबर फैलते ही पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में लोगों ने भाजपाइयों और विधायक बंशीधर भगत के साथ कोटाबाग पुलिस चौकी का घेराव कर आरोपियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। माहौल बिगड़ता देख कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी प्रकाश चंद्र भी नाराज लोगों को शांत नहीं करा सके। लोग चौकी से तब हटे जब एसपी सिटी ने चौकी प्रभारी प्रवीण तेवतिया को लाइन हाजिर और आरोपी पुलिस कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया और चौकी में कार्यरत सभी कर्मियों का तबादला कर दिया।
स्यात कोटाबाग निवासी विशन सिंह नगरकोटी भाजपा की जिला कार्यकारिणी सदस्य हैं। विशन के मुताबिक उनके 32 वर्षीय पुत्र कमल नगरकोटी का शुक्रवार देर शाम को सागर नाम के युवक से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। सूचना पर पहुंचे कांस्टेबल परमजीत सिंह ने कमल की बाइक चौकी में खड़ी कर दी। आरोप है कि चौकी में कांस्टेबल ने कमल के साथ मारपीट और चौकी इंचार्ज प्रवीण कुमार तेवतिया ने गाली-गलौज की। पुलिस के इस बर्ताव ने कमल को आहत कर दिया। पिटने के बाद वह चौकी से चला तो गया, लेकिन कुछ देर बाद ही जहर की शीशी लेकर फिर चौकी पहुंच गया। उसने पुलिस से अपना वाहन वापस मांगा लेकिन पुलिस ने उसे फिर से फटकार लगा दी। इसके तुरंत बाद ही कमल ने चौकी के बाहर ही जहर गटक लिया। जिसके तुरंत बाद उसने अपनी मां गीता देवी को पुलिस के बर्ताव के बारे में बताते हुए कहा कि उसने जहर खा लिया है। आनन-फानन में परिजन उसे सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल ले गए। यहां से चिकित्सकों ने उसे डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय रेफर कर दिया। चिकित्सालय पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कमल के मौत की सूचना पर आक्रोशित लोग शनिवार सुबह तमाम भाजपाइयों के साथ पुलिस चौकी पहुंच गए और धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। माहौल बिगड़ने कीसूचना पर सीओ रामनगर सुमित पांडे और कालाढूंगा थानाध्यक्ष विजय मेहता मौके पर पहुंचे। लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। इसी बीच सुबह करीब 10 बजे विधायक बंशीधर भगत भी चौकी पहुंच गए। वह स्थानीय लोगों के साथ धरने पर बैठ गए और आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करने लगे। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा से फोन पर वार्ता कर विधायक ने मृतक के परिवार को सहायता राशि देने व आरोपियों पर कार्रवाई करने के लिए कहा। जिसके बाद एसपी सिटी प्रकाश चंद्र भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने चौकी इंचार्ज प्रवीण कुमार तेवतिया को लाइनहाजिर और कांस्टेबल परमजीत सिंह को तत्काल प्रभाव से संस्पेंड कर दिया।साथही चौकी में तैनात सभी कर्मियों के तबादले के निर्देश दिए। जिसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ। इधर, शनिवार दोपहर बाद हल्द्वानी में कमल के शव का पोस्टमार्टम किया गया।
एसपी सिटी प्रकाश चंद्र का कहना है कि तत्काल प्रभाव से चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर करने के साथ कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही चौकी के स्टाफ का भी तबादला किया जा रहा है। परिजनों ने तहरीर में पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया है। इस पूरे मामले की जांच सीओ रामनगर सुमित पांडे को सौंपी गई हैं। दोषी पाए जाने पर दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कमल का भाई पुष्कर नगरकोटी आर्मी में कार्यरत है। पोस्टमार्टम हाउस में भाई कमल का शव लेने पहुंचे पुष्कर ने बताया कि अभी एक साल पहले ही कमल की शादी हुई थी। उसकी पत्नी गर्भवती है और अक्टूबर में चिकित्सक ने डिलीवरी का समय दिया है। घर में नन्हे मेहमान का इंतजार था और लोग खुश थे। सभी भव्य समारोह की तैयारियां कर रहे थे इसी बीच सारी खुशियां पलभर में मातम में तब्दील हो गईं। वहीं ग्रामीणों ने भी आरोप लगाया कि पुलिस चौकी में सीसीटीवी कैमरे लगे थे। कमल के साथ जब पुलिस चौकी में मारपीट की गई, तब भी सीसीटीवी चौकी में लगेथे और चालू हालत में थे। कमल के साथ हुई सारी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई लेकिन जब कमल ने पुलिस की प्रताड़ना के चलते पुलिस चौकी के बाहर ही जहर लिया तो पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस को जब लगा कि अब वह फंस जाएंगे तो उन्होंने रातों-रात चौकी में लगे सीसीटीवी कैमरे हटवा दिए।


