खबर सच है संवाददाता
रामनगर। मालधन निवासी ब्यक्ति की हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी अमन उर्फ मुल्ला को किया गिरफ्तार।
प्राप्त जानकारी के अनुसार किशन राम पुत्र स्व देवराम निवासी पुरानी बस्ती हनुमानगढी मालधन रामनगर ने कोतवाली रामनगर आकर तहरीर दी गयी कि उसके भांजे अर्जुन कुमार उर्फ राजू पुत्र शिवराम निवासी कुम्भ गडार मालधन रामनगर को अज्ञात व्यक्ति के द्वारा हत्या गयी है। तहरीर के आधार पर आरोपी की तलाश के लिए अलग अलग टीमें गठित कर, अभियुक्त की पतारसी सुरागरसी करने हेतु तमाम लोगों से पूछताछ तथा घटना से संबंधित क्षेत्रों के सीसीटीवी कैमरे खगाले गए सीसीटीवी कैमरों में मृतक के हत्या से पूर्व की फुटेज का अवलोकन करने पर मालधन नं0 4 के पैट्रोल पम्प के सीसीटीवी में मृतक के शव बरामदगी से पहले 18 नवंबर की सांय करीब 16.30 बजे मृतक उन्हीं कपड़ो में साइकिल से जाते हुए दिखायी दिया जिसके साथ एक अन्य व्यक्ति भी उसके साथ दूसरी साइकिल से उसके साथ जाता हुआ दिखायी दे रहा था। सीसीटीवी फुटेज में मृतक के साथ दिखायी दे रहे व्यक्ति की शिनाख्त व तलाश के प्रयास किये गये तो फुटेज के आधार पर मृतक के साथ जा रहे उस व्यक्ति की शिनाख्त अमन उर्फ मुल्ला पुत्र लक्ष्मण राम निवासी मानधन नं0 3 रामनगर जिला नैनीताल के रुप में हुयी। इस सूचना से सभी टीमों को अवगत कराकर उक्त व्यक्ति अमन उर्फ मुल्ला की तलाश में मामूर किया गया तो अमन उर्फ मुल्ला के मालधन ढेला पुल पर काशीपुर की तरफ जाने की तैयारी में खड़े होने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही पुलिस टीम द्वारा तत्काल ढेला पुल पर दबिश देकर 20 नवम्बर को अमन उर्फ मुल्ला पुत्र लक्ष्मण राम को को गिरफ्तार किया गया। अमन उर्फ मुल्ला से पूछताछ के दौरान बताया कि वह टैन्ट हाऊस की दुकानों पर दियाड़ी मजदूरी का काम करता है, मृतक अर्जुन कुमार अभि0 के ननिहाल की तरफ से रिश्ते का नाना लगता था तथा वो भी टैन्ट हाउस में काम करता था इसलिए मेरी उससे जान पहचान थी। दिनांक 18.11.22 को समय करीब 16.30 बजे मैं अपने घर से डैम की तरफ साइकिल से जा रहा था तो गांधीनगर फिल्ड के पास मोहनलाल बुचड़ की दुकान पर मुझे अर्जुन कुमार खड़ा दिखायी दिया वो बुचड़ की दुकान से मीट खरीद रहा था मैं उसके पास गया तो उसके पास कच्ची शराब भी थी। मैने उससे पूछा कि क्या मुझे भी शराब पिलायेगा तो उसने हां कहा फिर बुच़ड़ की दुकान से 20 रुपये का मीट खरीदा तथा वहीं गोविन्दी देवी की दुकान से गिलास खरीदे। फिर चार नम्बर को जाने वाली सड़क पर गये व वहां 02 नम्बर को जाने वाले चौराहे पर पहुंचकर पुलिया के पास खेत में बैठकर हम दोनों ने शराब पी। शराब पीने के बाद हम दोनों अपनी अपनी साइकिलों से पैट्रोल पम्पे के सामने से होते हुए अर्जुन कुमार के टैन्ट मालिक की दुकान पर पहुंचे और मकान मालिक पुष्कर के घर पर अर्जुन ने अपनी साइकिल खड़ी कर दी। इसके बाद फिर हम दोनों मेरी साइकिल से ढेला पुल से होते हुए रामनगर रोड से होते हुए पीर बाबा की मजार के पास से कच्चे रास्ते पर गये तथा नदी पार कर नदी किनारे से होते हुए हरीश लाला के पोपलर के खेत में पहुंचे हम लोग वापिस देवीपुरा को जा रहे थे, पोपलर के खेत में कुछ देर बैठ गये। वहां मैने अर्जुन कुमार से 10-12 दिन पहले उसे उधार दिये गये अपने 100 रुपये वापिस मांगे तो पैसे देने के बजाय अर्जुन मुझे गन्दी- गन्दी गालियां देने लगा तो मैने उसे दो थप्पड़ मार दिये, जिससे वो जमीन पर गिर गया और मुझे फिर जोर जोर से गालियां देने लगा तो मुझे भी गुस्सा आ गया। मैने दोनों हाथों से उसकी टाई को जोर लगाकर खींच दिया तो वो छपटाकर बेहोश हो गया। फिर मुझे लगा कि अगर अर्जुन बच गया तो पुलिस में जायेगा, इसलिए मैने उसकी टाई में गांठ लगाकर उसका गला घोंटकर उसे मार दिया। खींचतान में अर्जुन की टाई टुट गयी थी व उसकी कमीज भी फट गयी थी। जब मुझे यकीन हो गया कि अर्जुन मर गया है तो मैने उसकी जेबों की तलाशी ली तो उसकी जेब से मुझे एक सफेद रंग का टूटा मोबाइल, एक राशनकार्ड व उसका पर्श मिला जिसमें 250 रुपये थे, मैने रुपये निकाल कर अपने पास रख लिये थे व उसका मोबाइल, राशनकार्ड व पर्श वही थोड़ी दुर झाडियों में फेंक दिये थे। फिर मैं साइकिल साइकिल उठाकर अपने घर को चल दिया व रास्ते में एक जगह झाडियों में साइकिल छुपा दी और मैं पैदल अपने घर चला गया।